जयपुर. शिक्षा विभाग ने बिड़ला सभागार में आयोजित शिक्षक सम्मान समारोह में हंगामा करने वाले उर्दू शिक्षक अमीन अली कायमखानी को निलंबित कर दिया (Urdu teacher suspended) है. जिला शिक्षा अधिकारी जगदीश नारायण मीणा ने इस संबंध में आदेश जारी किए और कायमखानी को निलंबन के बाद जिला शिक्षा अधिकारी मुख्यालय बांसवाड़ा में रिपोर्ट करने के लिए कहा गया है.
आदेशों में स्पष्ट किया गया है कि शिक्षामंत्री डॉ. बीडी कल्ला के अभिभाषण के दौरान हंगामा कर प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने और अनुशासनहीनता करने के आरोप में अमीन अली कायमखानी को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने की कार्रवाई की गई है. राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह में शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला के उद्बोधन के दौरान उर्दू शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अमीन कायमखानी ने प्रदेश में उर्दू शिक्षा को नजरअंदाज करने का आरोप लगाते हुए विरोध दर्ज कराया था. जिन्हें जबरन सभागार से बाहर निकाला गया.
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स्कूल में उर्दू का पद सृजित करने की मांग- कायमखानी ने विरोध दर्ज कराते हुए कहा था कि पिछले बजट में सीएम ने घोषणा की थी कि प्राथमिक स्तर पर 30 बच्चे यदि किसी स्कूल में उर्दू की शिक्षा के लिए नामांकित होते हैं तो उस स्कूल में उर्दू का पद सृजित किया जाएगा. हर साल पांचवीं बोर्ड में तृतीय विषय के रूप में उर्दू की परीक्षा भी हो रही है. बावजूद इसके प्रदेश के स्कूलों में न तो उर्दू की किताबें हैं और न ही शिक्षकों के पद स्वीकृत किए गए हैं. जिससे उर्दू तालीम बर्बाद हो रही है.
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इस पर डॉ बीडी कल्ला ने नियमों का हवाला देते हुए कहा था कि जहां उर्दू शिक्षा के कम से कम 30 विद्यार्थी हैं, वहां उर्दू शिक्षा दी जा रही है. जहां भी उर्दू शिक्षा में रुचि दिखाने वाले छात्रों की संख्या में इजाफा होगा, तो उस पर भी विचार किया जाएगा. इसे लेकर उन्होंने अमीन कायमखानी को स्टेज पर बुलाकर बात भी की थी. बावजूद इसके मंत्री के संबोधन के दौरान प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने और अनुशासनहीनता करने पर अमीन कायमखानी को निलंबित किया गया.