जयपुर. प्रदेश में उड़न दस्तों को 179 पोर्टेबल वेइंग मशीन (Jaipur Transport Department Portable Weighing Machines) उपलब्ध कराई जाएंगी. एक मशीन की कीमत करीब 16 लाख से अधिक ज्यादा बताई जा रही है. हर बार सरकार की ओर से परिवहन विभाग को रवेन्यू टारगेट दिए जाते हैं, वह कभी पूरे नहीं होते थे. लेकिन अब उम्मीद जताई जा रही है कि परिवहन विभाग टारगेट को पूरा करने में सफल होगा.
जयपुर जिले के सभी परिवहन निरीक्षकों ने प्रशिक्षण कार्यक्रम (Jaipur Transport Department Training Program) में भाग लिया. इस पोर्टेबल वेइंग मशीन से ट्रांसपोर्टर्स और विभाग के बीच पारदर्शिता आएगी. जयपुर के अलावा पायलट प्रोजेक्ट में जोधपुर, सीकर, बीकानेर, दौसा, भरतपुर और अलवर जिले में एक साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से परिवहन निरीक्षको को प्रशिक्षण दिया गया. विभाग की ओर से फील्ड में उड़न दस्ते के वाहनों में पोर्टेबल वेइंग मशीन से वजन (Transport squad got portable weighing machines in Jaipur) कराने के निर्देश दिए गए.
परिवहन विभाग का ट्रेनिंग कार्यक्रम कई बार आरोप लगाये जाते थे कि भारी वजन नहीं होने के बाद भी वजन बढ़ाकर चालान कर दिया. साथ ही भारी वजन वाहनों से पैसे लेकर छोड़े जाने के आरोप भी लगाए जाते थे. लेकिन इस तरह की समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए के लिए सरकार ने पोर्टेबल वेइंग मशीन परिवहन विभाग को जारी की है. इससे वाहनों की जांच में समय की भी बचत होगी और विभाग के रेवेन्यू में भी बढ़ोतरी होगी.
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जयपुर आरटीओ राजेश वर्मा के अनुसार आरटीओ कार्यालय में आज पोर्टेबल वेइंग मशीन के प्रशिक्षण (transport department training) देने के बाद विभाग के वाहन को ही पोर्टेबल मशीन पर वेइंग मशीन पर कार्यालय की जीप को चलाकर वजन की जांच की गई है. हर एक उड़न दस्ते की जीप में पोर्टेबल वेइंग मशीन दी जा रही है. अब परिवहन विभाग को कांटे पर भारी वाहनों को ले जाने की आवश्यकता नहीं होगी. मौके पर ही वाहनों के वजन की जांच की जाएगी.