राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / city

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने रणथंभौर में टाइगर सफारी का उठाया लुत्फ - Jyotiraditya Scindia Rajasthan Tour

ज्योतिरादित्य सिंधिया रणथंभौर टाइगर रिजर्व में अलग-अलग जोन में सफारी का आनंद लेते हुए नजर आए. रणथंभौर में टाइगर सफारी का लुत्फ उठाते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया की एक फोटो सामने आई है. जिसमें खुली जिप्सी पर सवार केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया टाइगर को देखकर तस्वीरों को कैद करते नजर आ रहे हैं.

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया रणथंभौर में
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया रणथंभौर में

By

Published : Nov 5, 2021, 5:57 PM IST

Updated : Nov 5, 2021, 6:32 PM IST

सवाई माधोपुर/जयपुर. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया दीपावली की छुट्टियों में रणथंभौर टाइगर सफारी का लुत्फ उठा रहे हैं. ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने परिवार के लोगों के साथ रणथंभौर पहुंचे हैं. जानकार सूत्रों की मानें तो पिछले 2 दिन से ज्योतिरादित्य सिंधिया रणथंभौर में ही एक फाइव स्टार होटल में रुके हुए हैं.

सिंधिया दीपावली की छुट्टियों पर रणथंभौर आए हुए हैं. ज्योतिरादित्य सिंधिया रणथंभौर टाइगर रिजर्व में अलग-अलग जोन में सफारी का आनंद लेते हुए नजर आए. रणथंभौर में टाइगर सफारी का लुत्फ उठाते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया की एक फोटो सामने आई है. जिसमें खुली जिप्सी पर सवार केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया टाइगर को देखकर तस्वीरों को कैद करते नजर आ रहे हैं.

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया 2 दिन से रणथंभौर में विजिट कर रहे हैं हालांकि अभी तक उनके वापस मध्य प्रदेश जाने के कार्यक्रम की कोई जानकारी नहीं है. बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया मध्य प्रदेश से आते हैं, पहले कांग्रेस पार्टी में एक बड़े नेता थे. लेकिन कुछ समय पहले उन्होंने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया था. बीजेपी में आने के बाद मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री बन गए.

पढ़ें-राजस्थान में सर्दी का सितम, कई जिलों में न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा

ज्योतिरादित्य सिंधिया रणथंभौर में टाइगर सफारी के साथी कई ऐतिहासिक स्थलों का भी भ्रमण करेंगे. प्रदेश का रणथंभौर टाइगर रिजर्व देश-विदेश में प्रसिद्ध है. यहां पर दूर-दूर से सैलानी खुले जंगल में टाइगर सफारी का लुत्फ उठाने के लिए पहुंचते हैं. रणथंभौर टाइगर रिजर्व ने कई नामी टाइगर दिए हैं. देश की सबसे उम्रदराज बाघिन मछली भी रणथंभौर से ही थी.

रणथंभौर के बाघों ने कई अन्य जंगलों को भी आबाद किया है. रणथंभौर, केवलादेव और करौली समेत कोटा के जंगलों से जुड़ता हुआ है. रणथंभौर में करीब 75 टाइगर मौजूद हैं. रणथंभौर के कई टाइगर निकलकर मुकुंदरा-केवलादेव समेत अन्य जंगलों में भी जा चुके हैं.

Last Updated : Nov 5, 2021, 6:32 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details