जयपुर. राजस्थान विधानसभा में एक बार फिर बेरोजगारों के भत्ते के मामले में जमकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जुबानी हमला हुआ. सवाल भाजपा विधायक अनिता भदेल ने लगाया जिसके जवाब को सुनकर नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया भी तेश में आ गए. मंत्री अशोक चांदना ने बताया कि बीते 1 साल में राजस्थान में 1,42,300 से अधिक बेरोजगारों को 287 करोड़ रुपए बेरोजगारी भत्ते के रूप में वितरित कर दिए गए हैं, जबकि आगामी बजट में इसके लिए 550 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है.
इससे पहले विधायक अनिता भदेल ने अपने सवाल के जवाब में आए मंत्री के उत्तर पर बोलते हुए कहा कि मंत्री जी आप खुद इस बात को मानते हैं कि प्रदेश में 3,17,293 बेरोजगारों ने आवेदन किया. जिनमें से 2,10,321 आवेदन जांच में पूर्ण रूप से पात्र माने गए. लेकिन, आपने इनमें से महज 1,59,728 को ही बेरोजगारी भत्ता दिया.
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भदेल ने यह भी कहा कि बजट में 524 करोड़ रुपए का प्रावधान था, लेकिन आपने इसमें से केवल 255 करोड़ रुपए ही खर्च किए. आखिर इन बेरोजगारों को पात्र होने के बावजूद इसका लाभ क्यों नहीं दिया गया? भदेल ने कहा कि मंत्री जी खुद मानते हैं की 18,000 अन्य आवेदन भी जांच में सही और पात्र पाए हैं, तो इनको भी इसका लाभ मिलना चाहिए.
जवाब में मंत्री अशोक चांदना ने कहा कि पिछली सरकार में 1 लाख बेरोजगारों को एक बार में बेरोजगारी भत्ता देना तय किया गया था. लेकिन, हमनें इसे बदलकर 1 साल में 1 लाख 60 हजार बेरोजगारों को भत्ता देने का प्रावधान किया.
याद दिलाया जन घोषणा पत्र-