जयपुर. लॉकडाउन में गरीबों और जरूरतमंदों को सरकार, समाजसेवी और दानदाता राशन समाग्री वितरित करवा रहे हैं. वहीं राशन वितरण के दौरान शहर में अव्यवस्था देखने को मिल रही है. जिसके बाद जिला प्रशासन ने गाइडलाइन जारी कर कहा है कि खाद्य सामग्री का वितरण अब प्रशासन के जरिए ही होगा. वितरक को सामग्री बांटने से पहले प्रशासन को सूचित करना होगा.
प्रशासन के निर्देश पर होगा राशन वितरण लॉकडाउन की स्थिति में जरूरतमंद और गरीब तबकों के लिए खाने और राशन का संकट बढ़ता जा रहा है. ऐसी कई जगह है जहां आज भी गरीब और निराश्रित लोग खाने का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन जिला प्रशासन ऐसी जगहों पर अब तक नहीं पहुंच पाया है. वहीं लॉकडाउन में सरकार और प्रशासन के साथ-साथ कई समाजसेवी, भामाशाह, दानदाता, सामाजिक व धार्मिक संगठन और संस्थाएं भी आगे आ रहे हैं. यह सभी अपने अपने स्तर पर हर रोज हजारों की संख्या में भोजन के पैकेट और सूखी राशन सामग्री के पैकेट वितरित करवा रहे हैं. जयपुर शहर में इन पैकेट्स वितरण अव्यवस्था भी देखने को मिल रही है. जहां जरूरत नहीं है वहां भी खाने के पैकेट पहुंच रहे हैं. जबकि जिन स्थानों पर जरूरत है, उनमें से किसी भी जगह पर मदद नहीं पहुंच रही.
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वहीं समन्वय की कमी के कारण जयपुर शहर में ऐसे कई स्थान है, जहां दिन में दो से तीन बार खाना पहुंच रहा है. भामाशाह और धार्मिक संस्थाओं की इस तरह की अव्यवस्था को देखकर जिला प्रशासन ने एक नई गाइडलाइन जारी की है. इस गाइडलाइन के तहत जो भी भामाशाह या दानदाता खाद्य सामग्री (सूखा राशन) का वितरण करवाना चाहेगा, वह सब प्रशासन के जरिए ही होगा. खाद्य सामग्री बांटने से पहले उन्हें जिला प्रशासन को सूचित करना होगा. वहीं सिविल डिफेंस की टीम शहर में सर्वे कर रही है. ऐसे जरूरतमंद की सूची तैयार कराई है, जो राशन सामग्री खरीदने में असमर्थ है. इस सूची का नगर निगम की ओर से वेरिफिकेशन करवाया जाएगा. उसके बाद ही सूखा राशन का वितरण होगा.
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कलेक्टर जोगाराम ने बताया कि किसी को भी यदि तैयार खाने के पैकेट वितरित करना होगा तो उसे भी पहले जिला प्रशासन से संपर्क करना होगा. उसे वह जगह चिन्हित करनी होगी, जहां वह खाना वितरित करना चाहता है. जिससे प्रशासन अपनी सूची और रिपोर्ट के आधार पर खाने की डिमांड बता सके. इसके बाद भी यदि कमी होगी अन्य भामाशाहों के माध्यम से खाने के पैकेट तैयार करवाए जाएंगे. जिसके बाद जिन्हें जरूरत होगी, उनको बांटे जाएंगे.