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निर्णय को प्रभावशाली बनाने के लिए स्पीकर सी.पी जोशी ने भाजपा विधायकों से की ये अपील

सदन में स्पीकर सी.पी जोशी ने प्रश्नकाल के दौरान भाजपा विधायकों से अपील की कि उनकी ओर से लिए गए निर्णय को प्रभावशाली करने में मदद करें. वहीं भाजपा विधायकों ने साफ कर दिया कि परंपराएं तोड़ी गई तो उसे बर्दाश्त नहीं करेंगे.

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Published : Jul 23, 2019, 3:25 PM IST

सी.पी जोशी ने भाजपा विधायकों से की अपील

जयपुर. सदन में स्पीकर सी.पी जोशी की नई व्यवस्था को लेकर चल रहे भाजपा विधायकों के गतिरोध को खत्म करने की पहल खुद जोशी ने की. प्रश्नकाल के दौरान जोशी ने भाजपा विधायकों से अपील की कि उनकी ओर से लिए गए निर्णय को प्रभावशाली करने में मदद करें. लेकिन भाजपा विधायकों ने साफ कर दिया कि परंपराएं तोड़ी गई तो उसे बर्दाश्त नहीं करेंगे.

सी.पी जोशी ने भाजपा विधायकों से की अपील

इस बीच भाजपा विधायक दल के उपनेता और स्पीकर सी.पी. जोशी के बीच सर्वदलीय बैठक में हुए निर्णय को लेकर भी तीखी तकरार हुई. इस पर नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया बीच में बोले तो जोशी का पारा चढ़ गया. उन्होंने कहा कि क्या में सदन में असत्य बोल रहा हूं, मुझे झूठा साबित करने का प्रयास न करें। क्या आपको अपने उपनेता पर ज्यादा विश्वास है. जोशी की इस बात के बाद कटारिया और राठौड़ दोनों बैठ गए.

विधानसभा में पिछले एक सप्ताह से स्पीकर सी.पी. जोशी और भाजपा और विधायकों के बीच चल रहा गतिरोध खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा. मंगलवार को भी प्रश्नकाल में भाजपा विधायक काली पट्टी बांधकर पहुंचे तो आसन पर मौजूद स्पीकर जोशी ने आगे बढ़कर गतिरोध खत्म करने की पहल की.

हालांकि उनकी यह कामयाब तो नहीं हुई लेकिन इसके बाद जोशी और भाजपा विधायकों के बीच तकरार और बढ़ गई. दरअसल, प्रश्नकाल की कार्यवाही शुरू होने के साथ ही जोशी ने सदन में मौजूद भाजपा विधायकों से आग्रह किया कि उनके द्वारा इस सत्र में लिए गए निर्णय को प्रभावी बनाने में मदद करें.

यदि कुछ बदलाव कराना होगा तो अगले सत्र में आपसी सहमति से बदलाव कर लेंगे, लेकिन नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने यह कहते हुए इनकार कर दिया कि जब सालों से यह परंपरा चली आ रही है तो अन्य विधायकों को भी पूरक प्रश्न पूछने का अधिकार मिलना चाहिए.

कटारिया के जवाब पर स्पीकर ने साफ कर दिया कि नई व्यवस्था सत्र से पहले हुई सर्वदलिय बैठक में सबकी सहमति से हुआ था और उसमें आप नहीं लेकिन उपनेता राजेन्द्र राठौड जरूर थे। जोशी ने कहा परम्परा टूटेगी तो ही नए कानून और परंपरा बनेगी. स्पीकर के अनुसार नई व्यवस्था से अधिक से अधिक सदस्यों को उनके सवाल के जवाब मिल सकेंगे. जोशी के अनुसार नई व्यवसथा उन्होंने नई बनाई बल्कि विधानसभ के नियम प्रक्रियाओं में भी है जिसे वे बस लागू कर रहे है.

इस बीच सदन में मौजूद राजेन्द्र राठौड ने सर्वदलिय बैठक में उन्हे न बोलने देने की बात कही जिस पर स्पीकर ने कहा वो असत्य नहीं बोल रहे. ऐसे में दोनों के बीच तकरार हुई. इस बीच संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि सदन में स्पीकर की रूलिंग को कोई चैलेंज नहीं कर सकता.

वहीं प्रश्नकाल में गतिरोध खत्म करने की स्पीकर की ये पहल असफल होती देख आखिरकार जोशी ने सदन की कार्यवाही शुरू कर दी और मंत्री से पहले सवाल का जवाब देने का इशारा किया, हालांकि गतिरोध के चलते प्रशनकाल में बीजेपी विधायक मौन रहे और भाजपा के 16 विधायकों के सूचीबद् सवालों के भी जवाब नहीं आ पाए तो वहीं प्रश्नकाल में 10 सवालों पर ही चर्चा हुई.

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