जयपुर.भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के ट्वीट पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि आपकी तंद्रा भी अपने भाई राहुल गांधी की तरह देर से टूटी है. आज जिनको आप भाजपा का अघोषित प्रवक्ता कह रहे हो, जब इन्हीं प्रवक्ताओं के हाथी की सवारी करके जुगाड़ की सरकार बना रहे थे, तब तो आपने ट्वीट नहीं किया. आज ये आपको भाजपा के प्रवक्ता लगने लगे हैं. लोकतंत्र और संविधान की हत्या का आरोप लगाने से पहले अपने परिवार का लोकतंत्र को कुचलने का इतिहास भी पढ़ लेते.
पूनिया ने ट्वीट कर कहा कि वो कत्ल भी करते हैं तो चर्चा नहीं होती, हम आह भी भरते हैं तो हो जाते हैं बदनाम. लोकतंत्र और संविधान की हत्या का कलंक आपातकाल और उसके भी पहले के जमाने से आपके परिवार और पार्टी के ऊपर ही है. आपको अपना समय अपने घर को संभालने में लगाना चाहिए, ना कि बेवजह दूसरी पार्टियों के माथे अपना झगड़ा मढ़ने में.
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सतीश पूनिया ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि वर्ष 2008 और 2018 में बसपा विधायकों का कांग्रेस में विलय कर अशोक गहलोत ने मैंडेट प्राप्त किया था. इस तरह बसपा और छोटे दलों को मैनेज करने का मैनेजमेंट कांग्रेस और गहलोत की कार्यशैली में स्पष्ट नजर आता है.
'कानून व्यवस्था हुई लाचार'
पूनिया ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पटरी से उतर चुकी है. बजरी माफिया आए दिन पुलिसकर्मियों और आमजन पर हमले कर रहे हैं. हत्या, लूट, डकैती, दुष्कर्म जैसे संगीन अपराध प्रदेश में बढ़ रहे हैं, अपराधी बेलगाम हैं और प्रदेशवासी खुद को डरा हुआ महसूस कर रहे हैं. अपराध की वारदातों को रोकने में मुख्यमंत्री विफल हैं, जो स्वयं प्रदेश के गृहमंत्री भी हैं. पूरी सरकार अपराधियों एवं बजरी माफियाओं के सामने घुटने टेक चुकी है.
गौरतलब है कि कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट कर लिखा था कि भाजपा के अघोषित प्रवक्ताओं ने भाजपा को मदद की व्हिप जारी की है. लेकिन ये केवल व्हिप नहीं है बल्कि लोकतंत्र और संविधान की हत्या करने वालों को क्लीन चिट है.