जयपुर.छात्र संघ चुनाव में प्रचार का सबसे बड़ा प्लेटफार्म सोशल मीडिया को बनाया गया है. जिस पर छात्र नेता अपने मुद्दों को रखने के साथ-साथ रील्स और शॉर्ट वीडियो के जरिए छात्रों को आकर्षित करने का प्रयास कर रहे हैं. इन शॉर्ट वीडियो में किसी का धाकड़ अंदाज़ नजर आ रहा है, तो किसी का सरल स्वभाव. वहीं छात्र नेताओं ने अपने ट्विटर हैंडल, इंस्टाग्राम और फेसबुक पर पेज बनाकर ज्यादा से ज्यादा छात्र शक्ति से जुड़ने का भी प्रयास किया.चूंकि अब शक्ति प्रदर्शन और चुनावी रैलियों का दौर थम चुका है. ऐसे में इन छात्र नेताओं की टीम सोशल मीडिया पर और ज्यादा एक्टिव होती दिख रही है.
एक दूसरे के गले लगे NSUI और ABVP उम्मीदवार: राजस्थान विश्वविद्यालय सहित प्रदेश भर के विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों में बुधवार को चुनावी रैली और शक्ति प्रदर्शन का दौर थम गया. प्रचार के आखिरी दिन जोश-खरोश के साथ प्रत्याशियों ने मतदाताओं से वोट और सपोर्ट मांगा. इस दौरान राजस्थान विश्वविद्यालय और संघटक कॉलेजों में कुछ खास तस्वीरें देखने को मिली. जहां यूनिवर्सिटी कैंपस में एक दूसरे के धुर-विरोधी एबीवीपी और एनएसयूआई छात्र संगठन के प्रत्याशियों ने एक दूसरे को माला पहनाकर अभिवादन किया और चुनाव को लेकर शुभकामनाएं दी. तो वहीं महारानी कॉलेज में छात्राएं साफा बांध प्रचार-प्रसार करती हुई नजर आई. जबकि कुछ छात्र नेताओं ने किसान परिवार की छवि पेश करने के लिए बैलगाड़ी और ट्रैक्टर का भी सहारा लिया.
लिमिट से ज्यादा खर्च:चुनाव प्रचार में 5000 की सीमित राशि से कई गुना खर्च किया जा रहा है. प्रत्याशी वोट बैंक को भुनाने के लिए खाने-पीने से लेकर मनोरंजन तक पर पैसे लुटा रहे हैं. बुधवार को भी छात्रों को पिकनिक ले जाने और मूवी दिखाने पर खर्चा किया गया. वहीं अब छात्रनेता डोर टू डोर कैंपेनिंग शुरू करेंगे. साथ ही सोशल मीडिया पर भी प्रचार तेज कर दिया है. छात्रसंघ चुनाव में छात्र नेताओं के लिए सोशल मीडिया एक ऐसा प्लेटफार्म है. जहां आखिरी समय तक भी प्रचार प्रसार किया जा सकता है. सोशल मीडिया पर छात्र अपने चुनावी मुद्दे उठाने के साथ-साथ सपोर्ट भी मांग रहे हैं.