जयपुर. कांग्रेस विधायकों के दबाव में अपनी मर्जी से राशन सामग्री वितरण में पक्षपात का आरोप लगाते हुए जयपुर शहर सांसद रामचरण बोहरा, विधायक कालीचरण सराफ, नरपत सिंह राजवी, अशोक लाहोटी, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी और अरुण चतुर्वेदी, पूर्व विधायक कैलाश वर्मा, पूर्व भाजपा शहर अध्यक्ष मोहनलाल गुप्ता आदि नेताओं ने कलेक्टर जोगाराम से मुलाकात की. उन्होंने लॉकडाउन में किए जा रहे राशन वितरण में पक्षपात का आरोप लगाया और कहा कि सरकार की चर्चा में बीजेपी के विधायकों को नहीं बुलाया जा रहा है, इस पर सभी नेताओं ने नाराजगी भी जताई है.
मीडिया से बात करते हुए जयपुर शहर सांसद रामचरण बोहरा ने कहा कि हम लोगों ने सूखा राशन और पका हुआ भोजन कहां-कहां, कितना-कितना जयपुर शहर में बांटा जा रहा है. इसकी पूरी सूची जिला प्रशासन से मांगी है. राशन वितरण की व्यवस्था से सिविल डिफेंस को हटाए जाने पर भाजपा नेताओं ने नाराजगी जताई है.
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उन्होंने कहा कि यदि राशन का वितरण सिविल डिफेंस के जरिए ही बंटवाया जाएगा तो ज्यादा बेहतर रहेगा. बोहरा ने यह भी कहा कि मैंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भी इस बारे में अवगत कराया था कि लोगों में राशन वितरण की व्यवस्था सही नहीं है. इस पर मुख्यमंत्री ने भी इस बात को सही माना था और कहा था कि आगे से एक अलग से अधिकारी लगाकर राशन वितरण व्यवस्था को माकूल किया जाएगा.
भाजपा कार्यकर्ता सड़कों पर उतरेगा
विधायक कालीचरण सराफ ने सोमवार को जयपुर जिला कलेक्ट्रेट में कांग्रेस विधायकों के साथ हुई एक बैठक को लेकर भी आपत्ति जताई. उन्होंने कहा कि कलेक्टर सरकार का होता है. जिस तरह से सोमवार को कांग्रेस विधायकों के साथ बैठक हुई और उस बैठक में कांग्रेस विधायको ने निर्देश दिए गए है.
उन निर्देशों के अनुसार जिला कलेक्टर ने अपने अधिकारियों को पाबंद भी किया. सराफ ने कहा कि कलेक्टर को सभी जनप्रतिनिधियों से समान रूप से बात करनी चाहिए. इसका राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए. यदि ऐसा हुआ तो भाजपा कार्यकर्ता सड़कों पर उतरने से भी गुरेज नहीं करेंगे.