जयपुर.राजधानी के विद्याधर नगर थाना इलाके से एक किन्नर का अपहरण कर ले जाने और अश्लील हरकत कर वीडियो बना उसे सोशल मीडिया पर वायरल करने का मामला सामने आया है. पीड़ित ने पुलिस में 5 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज करवाया है. जिन पांच लोगों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है, उसमें सीकर जिले के श्रीमाधोपुर थाने के थानाधिकारी का नाम भी शामिल है.
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पीड़ित ने शिकायत में इस बात का जिक्र किया है कि उसे उसके रेनवाल और नागौर निवासी साथी किन्नर अगवा कर ले गए और एक प्लैट में बंधक बनाकर रखा. जहां पर उसके साथ अश्लील हरकत की गई और उसका वीडियो बनाकर उसे वायरल करने की धमकी देकर कई बार घिनौना काम किया गया.
पीड़ित ने जब इसका विरोध किया और उसके अश्लील वीडियो डिलीट करने के लिए कहा तो उसके साथ मारपीट की गई. इसके बाद आरोपियों ने पीड़ित के अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिए और पीड़ित के जेवरात भी लूट लिए. यही नहीं जब पीड़ित अपनी शिकायत लेकर विद्याधर नगर थाने पहुंचा तो पुलिस ने उसे वहां से फटकार कर भगा दिया और उसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की.
इसके बाद पीड़ित ने इंसाफ के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और कोर्ट की दखलंदाजी के बाद विद्याधर नगर थाने में राजकुमारी बाई, पूजा बाई, काजू बाई, कैलाश और सीकर जिले के श्रीमाधोपुर थानाधिकारी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई. फिलहाल, पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच करना शुरू किया है.
यहां ASI पर लगे आरोपियों के साथ मिलीभगत के आरोप
राजधानी के ज्योति नगर थाना इलाके में एक निजी अस्पताल में अस्पताल कर्मचारियों और आरोपियों के साथ मिलकर करणी विहार थाने के एएसआई पर पीड़ित के अंगूठे के निशान ले जाने और फर्जी दस्तावेज बनाने के आरोप लगाए गए हैं. इस संबंध में भगवती देवी ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है कि उसके पति जगदीश शर्मा का ज्योति नगर इलाके में स्थित एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था.
जहां पर अस्पताल के कर्मचारियों से मिलकर आरोपी शिखा शर्मा, मोहित सेन और करणी विहार थाने के एएसआई अजीत सिंह ने जगदीश शर्मा के बेहोशी की हालत में कुछ कागजों पर अंगूठे के निशान लगवाए और फिर उसके आधार पर कुछ फर्जी दस्तावेज तैयार करवाए गए. जगदीश शर्मा का अस्पताल में काफी लंबे समय तक इलाज जारी रहा और पीड़ित पक्ष को इस बात की भनक तक नहीं लगी कि उनके साथ इस तरह की धोखाधड़ी की गई है. फिलहाल, जब पूरा प्रकरण और अधिकारियों के संज्ञान में आया तो आला अधिकारियों की दखलंदाजी के बाद ज्योति नगर थाने में एफआईआर दर्ज की गई है.