शुभ तिथि षष्ठी नन्दा संज्ञक तिथि दोपहर 1 बजकर 19 मिनट तक तत्पश्चात सप्तमी तिथि रहेगी. षष्ठी तिथि को यथा आवश्यक विवाहादि मांगलिक कार्य, गृहारंभ, संस्कार सम्बंधित कार्य शुभ माने जाते हैं. वहीं पितृ कर्म वर्जित माना जाता है. षष्ठी तिथि में जन्मे जातक धनवान, बुद्धिवान, व्यापार कुशल, आज्ञाकारी, धर्मपरायण होते है.
पूर्वाभाद्रपद 'उग्र -अधोमुख मुख' संज्ञक नक्षत्र रात्रि 2 बजकर 3 मिनट तक रहेगा. पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में अग्निविषादिक, साहसिक विशेष रूप से सिद्ध होते है. पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र मे जन्म लेने वाला जातक धनी, साहसी, प्रसिद्ध, सुन्दर, धनवान, बुद्धिमान होता है.
चन्द्रमा- सम्पूर्ण दिन कुम्भ राशि में संचार करेगा.
व्रतोत्सव- पंचक
राहुकाल - दोपहर 12 बजे से 1.30 बजे तक