जयपुर. कहा जाता है ''बिन अक्षर सब सून' इसी के मद्देनजर विश्व साक्षरता दिवस मनाने की शुरुआत हुई है. हर साल 8 सितंबर को अंतर्राष्ट्रीय/विश्व साक्षरता दिवस मनाया जाता है. क्योंकि विश्व की आधे से ज्यादा समस्याओं की जड़ अशिक्षा है. इसलिए ही 1966 में यूनेस्को ने शिक्षा के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाने और विश्व भर के लोगों का इस तरफ ध्यान आकर्षित करने के लिए प्रतिवर्ष 8 सितम्बर को अंतर्राष्ट्रीय/ विश्व साक्षरता दिवस मनाने का निर्णय लिया था.
पुलिस कमिशनरेट जयपुर की निर्भया स्क्वाड महिला पुलिस टीम ने अन्तराष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाया. निर्भया स्क्वायड की नोडल अधिकारी एडिशनल डीसीपी सुनीता मीना के नेतृत्व मे टीम ने बच्चे, वयस्क, महिलाओं और बूढ़ों को साक्षर बनाने का बीड़ा उठाया. साथ ही कानूनी साक्षरता को जन जन तक पहुंचाने के लिए महिला पुलिस टीम सड़कों पर उतरी और नारा दिया "हर व्यक्ति को साक्षर बनना होगा" "जब पढ़ेगा इंडिया तभी तो आगे बढ़ेगा इंडिया".
इस मौके पर सुनीता मीना ने बताया कि अन्तराष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर निर्भया स्क्वाड टीम ने अपने बीट क्षेत्र मे गली मोह्ल्लो और चौराहों पर महिलाओं और बुजुर्गों को उनके कानूनन अधिकारों के बारे मे जानकारी देकर कानूनी साक्षरता का अलख जगाया.