जयपुर. भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री और प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह के जयपुर दौरे के दौरान शहर से आने वाले भाजपा विधायक और पूर्व विधायक भी पार्टी मुख्यालय में नजर आए. ये विधायक पिछले दिनों सौम्या गुर्जर प्रकरण में हुई बैठक से दूर रहे थे. मामला जयपुर शहर भाजपा समन्वय समिति की बैठक का है, जो प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई.
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बैठक में जयपुर शहर अध्यक्ष राघव शर्मा के साथ ही मौजूदा विधायक कालीचरण सराफ, नरपत सिंह राजवी, अशोक लाहोटी, पूर्व विधायक अरुण चतुर्वेदी, अशोक परनामी, राजपाल सिंह शेखावत सुरेंद्र पारीक और कैलाश वर्मा शामिल हुए. खास बात यह रही कि इस बैठक में जयपुर नगर निगम निलंबित महापौर सौम्या गुर्जर और कार्यवाहक महापौर शील धाभाई दोनों एक साथ मौजूद रहे. उप महापौर पुनीत करनावत ने भी बैठक में हिस्सा लिया.
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अरुण सिंह ने बैठक में इशारों ही इशारों में सभी नेताओं को समन्वय के साथ चलने की नसीहत दी. हालांकि बैठक के बाद अरुण सिंह ने विधायक अशोक लाहोटी और वरिष्ठ नेता व पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी के साथ अलग से बात भी की. माना जा रहा है इस दौरान उन्होंने आपसी मनमुटाव और नाराजगी को लेकर फीडबैक लिया. अरुण सिंह ने बैठक में यह भी साफ कर दिया कि सभी को पार्टी की रीति-नीति को ध्यान में रखकर ही काम करना है और अपने-अपने क्षेत्रों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से की गई फ्री वैक्सीनेशन की घोषणा का प्रचार-प्रसार भी करना है.
एयरपोर्ट पर नहीं लेकिन बैठक में बुलाया कार्यवाहक महापौर
अरुण सिंह जब जयपुर आए थे तब सोमवार को जयपुर एयरपोर्ट पर कार्यवाहक महापौर शील धाभाई नजर नहीं आई. लेकिन मंगलवार शाम हुई इस बैठक में कार्यवाहक महापौर और निलंबित महापौर दोनों को बुलाया गया. मकसद साफ था कि पार्टी के प्रदेश प्रभारी के समक्ष एकजुटता का मैसेज जाए और यदि कोई गिले-शिकवे हैं तो बैठक में ही दूर कर लिए जाएं.