जयपुर. राजस्थान विधानसभा में सोमवार को कई महत्वपूर्ण सवाल लगाए गए. जिनमें एक सवाल यह भी था कि सहकारी समितियों में ऑनलाइन कृषक सदस्य बनाए जाने के बाद भी अध्यक्ष और व्यवस्थापक की ओर से ऋण नहीं दिया जा रहा है. इसका जवाब देते हुए सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने कहा कि प्रदेश में ऐसा नहीं हो रहा है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने ऑनलाइन व्यवस्था करके नियमों को पारदर्शी किया है.
विधानसभा में मंत्रियो ने दिए जवाब मंत्री ने कहा कि तकनीकी खराबी के कारण काम ऑनलाइन नहीं हो रहा था. लेकिन अब वह तकनीकी काम ही सही हो गई है. पूरे राजस्थान में 7 दिन में ऑनलाइन काम हो जाएगा. उन्होंने कहा कि व्यवस्थापको की ओर से कहीं कोई त्रुटि की गई है तो बैंकों में ऑटोमेटिक पैसा वापस चला जाएगा. बैंक उसका निस्तारण कर देंगे.
साथ ही सदन में उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि समिति में जितनी भी किसानों की ऋण की मांग आएगी, सब को ऋण दिया जाएगा.
पीपल्दा विधानसभा में विभिन्न उप केंद्रों और राजकीय भवनों के निर्माण के सवाल पर मंत्री लालचंद कटारिया ने जवाब देते हुए कहा कि पीपल्दा विधानसभा में 33 केंद्र है उनमें से छह केंद्रों का निर्माण अभी चालू है. एक केंद्र की हाल ही में प्रशासनिक स्वीकृति जारी हुई है. उन्होंने स्वीकार किया कि उनके जवाब में पट्टों का नाम कई जगह पर उपलब्ध नहीं है. क्योंकि ग्राम पंचायतों से पट्टे समय-समय पर विभाग की ओर से कलेक्टर और अन्य प्रशासनिक माध्यमों से यह मांग की जाती है.
मंत्री लालचंद कटारिया ने दिया जवाब उन्होंने कहा कि जैसे ही पट्टा उपलब्ध होता है उस पर कार्रवाई की जाती है. विधायक रामनारायण मीणा ने कहा कि उप केंद्रों और स्वास्थ्य केंद्रों पर भवन नहीं हैं. क्या कारण है कि अब तक यह योजना पूरी नहीं हुई. इस पर मंत्री कटारिया ने जवाब दिया की पंचायत का पट्टा उपलब्ध कराना विभाग का काम नहीं लेकिन हम विभाग की ओर से कलेक्टर को भी लिखते हैं और जैसे-जैसे पट्टे मिलते हैं वैसे वैसे काम जारी हो जाता है.
पढ़ें-SPECIAL : पटवारियों का आंदोलन जारी...ग्रेड पे 3600 करने की मांग पर अड़े पटवारी, सरकार को राजस्व का भारी नुकसान
रायथल बूंदी की मांग को लेकर उन्होंने कहा कि यह इनका खुद का गांव है. हालांकि यह बताना नहीं चाहते. इनको उसकी चिंता है और अगले वित्तीय वर्ष में भवन बना दिया जाएगा. आप केवल पट्टा उपलब्ध करवा दें. बामनवास में दूध ठंडा करने की मशीन बीएमसी और मॉडर्न डेयरी मशीन एमडीएम के बामनवास विधायक इंदिरा मीणा के सवाल पर जवाब देते हुए मंत्री प्रमोद जैन भाया ने कहा कि विधायक की विधानसभा बामनवास में दो बीएमसी लगी हुई है.
मंत्री प्रमोद जैन भाया ने दिया जवाब सवाई माधोपुर में 8 पी एम सी लगी हुई है. सदस्य जहां बामनवास में बीएमसी लगवाना चाहती हैं उसका प्रस्ताव दे दें. इसके साथ ही एमडीएम मशीनों को लगाने की स्वीकृति नियमित रूप से भारत सरकार से प्राप्त होती है. उनके क्षेत्र की मांग वह दे दें. उसका हम प्रयास करेंगे.
खेल से जुड़े सवाल के जवाब में मंत्री अशोक चांदना ने कहा कि युवा मामले और खेल विभाग की ओर से खेल मैदानों के निर्माण बजट की उपलब्धता और गुणवत्ता के आधार पर किया जाता है. जिस पर विधायक ने पूछा कि बजट उपलब्धता और गुण अवगुण का आधार क्या है. इस पर मंत्री अशोक चांदना ने कहा की आधार की बहुत बड़ी स्टोरी है और परिभाषा है और 24 तारीख को जो शानदार बजट आया है. उसके तहत बजट घोषणा 2021- 2022 में मेजर ध्यानचंद स्टेडियम योजना के तहत सभी के ब्लॉक में विधायक सांसद निधि जनप्रतिनिधि जनसहयोग सीएसआर से प्राप्त राशि के बराबर सरकार की ओर से भी लागत लगाई जाएगी.
उन्होंने कहा कि विधायकों को जितनी मीठी चाय चाहिए उतना गुड डालें. तो वह एक सवाल को लेकर विपक्ष ने कहा कि तारांकित और यह तारांकित सवाल लगाए हुए थे लेकिन फिगर अलग दिए गए हैं. उन पर कार्रवाई की जाए. इस पर मंत्री ने कहा कि विवाह सहायता योजना बंद होने के बाद शुभ शक्ति योजना लागू की गई है जो कि मुख्य तौर पर श्रमिकों की बच्चियों के विकास के लिए उन्हें मजबूती देने के लिए लागू की गई है.
पढ़ें-विधानसभा में आज : विधायक गणेश घोघरा ने मांगी अजीब इजाजत...'घर में महुआ शराब की 8-10 बोतलें रखने की दीजिए परमीशन...'
यह अभी जारी है बजट की अनुपलब्धता के कारण अभी स्कीम में भुगतान रूका हुआ है जो जल्दी ही शुरू हो जाएगा. फिगर में जो गड़बड़ है. अगर आपको अंतर मिला है तो बताइए हम उस पर कार्रवाई करेंगे. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पंजीयन ऑनलाइन है. उसमें 24 घंटे पंजीयन चलता है ऐसे में घटते बढ़ते रहते हैं. इस पर नेता प्रतिपक्ष गुलाब कटारिया ने कहा कि प्रश्न बिल्कुल समान है.
उसका जो जवाब है उसमें दोनों में ही फिगर का अंतर है ऐसे भी यह तो साफ है कि अधिकारियों ने सही से देखा नहीं और जवाब नहीं बनाया. एक का उत्तर कुछ और दिया जा रहा है दूसरे में कुछ और. ऐसे में यह तो अपने आप में प्रमाणित है क्या उस अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करेंगे. इस पर मंत्री ने कहा कि निश्चित तौर पर कार्रवाई करेंगे और लेकिन मुझे यह बताएं कि प्रश्न क्या है. इस पर स्पीकर सीपी जोशी ने कहा कि जब गलत जवाब आया तो इस प्रक्रिया के तहत उसे फॉलो करें.