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लॉक डाउन में दूध की मांग में आई कमी, छाछ और लस्सी की मांग बढ़ी - covid 19 news

कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है. इसके साथ ही लॉकडाउन भी जारी है. उसके अंतर्गत राजस्थान प्रदेश में अब दूध की मांग जहां कम होती जा रही है. वहीं डेयरी पर छाछ और लस्सी की मांग भी बढ़ती जा रही है. बता दें कि दूध की सप्लाई औसतन 1 पॉइंट 50 लाख लीटर प्रतिदिन कम हुई है. वहीं छाछ और लस्सी की मांग बढ़ती जा रही है.

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लॉकडाउन के चलते दूध की मांग में आई कमी

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Published : Apr 19, 2020, 6:42 PM IST

जयपुर. कोरोना वायरस का संक्रमण देश और दुनिया में लगातार बढ़ता जा रहा है और इसके संक्रमित मरीजों की संख्या में भी इजाफा देखने को मिल रहा है. इसी के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से भी लॉकडाउन की अवधि को बढ़ाकर 3 मई कर दिया गया है.

हालांकि राजस्थान प्रदेश में सोमवार से मोडिफाई लॉकडाउन भी लागू हो जाएगा. इसके साथ ही लॉकडाउन के दौरान आम जन के उपयोग आने वाली सबसे जरूरी चीजों में दूध शामिल है और दूध ही आमजन के जीवन में उपयोग आने वाली सबसे अत्यधिक वस्तु है.

लॉकडाउन के चलते दूध की मांग में आई कमी

बता दें कि इस समय गर्मियों का मौसम भी शुरू हो गया है और सूर्यदेव लगातार अपना कहर भी बरसा रहे हैं. ऐसे में अब गर्मियों के मौसम में छाछ लस्सी की बिक्री भी तेज हो गई है. बता दें कि जयपुर डेयरी के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश भर में दूध की मांग जहां कम होती जा रही है. वहीं छाछ और लस्सी की मांग भी बढ़ती जा रही है. बता दें कि दूध की सप्लाई औसतन 1 पॉइंट 5 लीटर प्रतिदिन कम हो गई है. करीब 50 लाख लीटर दूध का प्रतिदिन पाउडर बनाना भी जयपुर डेयरी प्रशासन को पड़ रहा है. पिछले 1 सप्ताह में लस्सी और नमकीन छाछ की मांग भी लगातार बढ़ती जा रही है.

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बता दें कि जहां पिछले सप्ताह नमकीन छाछ और लस्सी के 6 हजार पैकेट वितरण था. तो वहीं अब ये बढ़कर 8 हजार पैकेट हो गया है. जहां प्रदेश भर में पिछले सप्ताह छाछ की सप्लाई 65 हजार लीटर प्रतिदिन हो रही थी. वहीं अब यह बढ़कर 80 हजार लीटर प्रतिदिन भी हो गई है. इसके साथ ही जयपुर डेयरी प्रशासन की मानें तो आने वाले दिनों में छाछ और लस्सी की बिक्री में तेजी भी देखने को मिलेगी.

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