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जिस फर्म को करना था Black List, उसी का चेक मृतक के परिजनों को देने पहुंचीं महापौर शील धाभाई और विधायक अशोक लोहाटी - RC Enterprises

जयपुर के मानसरोवर पार्क में करंट से मासूम की मौत के परिजनों को दोषी कंपनी की ओर से चेक देने महापौर शील धाबाई और विधायक अशोक लोहाटी पहुंचे. इससे परिजनों में रोष है. उन्होंने आरोप लगाया कि लिफाफा नगर निगम का था लेकिन चेक दोषी कंपनी की तरफ से था. महापौर और विधायक मामले को दबाने का प्रयास कर रहे हैं.

ग्रेटर नगर निगम प्रशासन , मानसरोवर पार्क, Greater Municipal Administration,  Mansarovar Park
दोषी कंपनी का ही परिजनों को चेक देने पहुंचीं महापौर व विधायक

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Published : Jul 27, 2021, 11:26 PM IST

Updated : Jul 28, 2021, 10:31 AM IST

जयपुर. बीते दिनों राजधानी में मानसरोवर स्थित पार्क में खेलते समय करंट लगने से एक मासूम की मौत हो गई थी. इस मामले में मंगलवार को महापौर और सांगानेर विधायक 2 लाख का चेक लेकर पीड़ित परिवार को देने पहुंचे. लेकिन ये चेक ठेका फर्म आरसी एंटरप्राइजेज के खाते से दिया गया. ऐसे में पीड़ित परिजनों ने बीजेपी नेताओं पर ठेका फर्म से रिश्वत लेकर मामले को दबाने का आरोप लगाया है. वहीं एक ऑडियो भी सामने आया जिसमें महापौर कोई केस दर्ज नहीं करने की पैरवी कर रही हैं.

दोषी कंपनी का ही परिजनों को चेक देने पहुंचीं महापौर व विधायक

ग्रेटर नगर निगम प्रशासन की ओर से मानसरोवर पार्क में करंट लगने से काल का ग्रास बने बालक गौरव की माता को मंगलवार को 2 लाख की सहायता राशि का चेक सौंपा गया. महापौर शील धाभाई और स्थानीय विधायक अशोक लाहोटी ने मृतक के घर जाकर ये चेक सौंपा है. साथ ही हर संभव मदद दिलवाने का वादा किया है. महापौर ने मृत बच्चे के परिवार को निगम की ओर से प्राथमिकता के आधार पर डेयरी बूथ आवंटन करवा कर रोजगार उपलब्ध कराने का भी आश्वासन दिया. हालांकि ये चेक उसी फर्म का है जिसकी लापरवाही का गौरव शिकार बना है.

पढ़ें-ग्रेटर नगर निमग केस : आयुक्त से मारपीट के आरोपी पार्षद ने किया सरेंडर...कोर्ट ने भेजा जेल

परिजनों ने मासूम की मौत पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सहायता राशि का चेक ग्रेटर नगर निगम के लिफाफे में जरूर था, लेकिन ये चेक ठेका फर्म आरसी एंटरप्राइजेज के खाते से दिया जा रहा था. ऐसे में पीड़ित परिजनों ने बीजेपी नेताओं पर ठेका फर्म की ओर से रिश्वत देकर मामले को दबाने का आरोप लगाया. परिजनों ने कहा कि जब निगम प्रशासन ने 5 लाख मुआवजे की बात स्वीकार की थी तो ठेका फर्म के खाते से 2 लाख का भुगतान क्यों किया जा रहा है. राजनेता सार्वजनिक कार्यक्रम कर चेक दे रहे हैं और न्याय देने की बजाय झूठी वाहवाही लूटी जा रही है.

दोषी कंपनी का ही परिजनों को चेक देने पहुंचीं महापौर व विधायक

वहीं एक वीडियो भी वायरल हुआ है जिसमें सुनाई दे रहा है कि परिजनों ने जब इस चेक का विरोध करते हुए मोबाइल से रिकॉर्डिंग करनी चाही तो बीजेपी कार्यकर्ताओं ने मोबाइल छीनने की कोशिश की. इसके साथ ही महापौर का एक ऑडियो भी सामने आया है जिसमें वह परिजनों से किसी तरह का केस दर्ज नहीं कराने की बात कह रही हैं.

Last Updated : Jul 28, 2021, 10:31 AM IST

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