जयपुर. राजधानी में मंडी कारोबारियों की अपनी मांगों को लेकर तीन दिवसीय हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही. कारोबारियों ने रविवार को केंद्र सरकार की ओर से कारोबारियों पर एक करोड़ से अधिक राशि निकासी पर दो प्रतिशत टीडीएस लगाने के विरोध में हड़ताल शुरू की थी.
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बता दें कि हड़ताल के पहले राजस्थान खाद्य पदार्थ व्यापार संघ की कार्यकारिणी समिति की बैठक हुई थी. जिसमें राज्य के 247 मंडियों के व्यापारी तेल मिल्स, दाल मिल्स, रस और मसाला उद्योग के व्यापारियों ने भाग लिया था. उसके बाद मंडी बंद का आह्वान किया था. साथ ही अगर सरकार ने उनकी बात नहीं सुनी तो अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की चेतावनी भी दी थी.
केंद्र सरकार के खिलाफ मंडी कारोबारियों की हड़ताल जारी वहीं राजस्थान खाद्य व्यापार मंडल के अध्यक्ष बाबूलाल गुप्ता ने बताया कि व्यापारी किसानों को कैश पेमेंट करते हैं. ऐसे में अगर 2 प्रतिशत टीडीएस कटेगा तो उनकी बिल्कुल भी आय नहीं बचेगी. उन्होंने कहा कि समर्थन मूल्य में व्यापारियों को आय नहीं मिलती है जिसके चलते मंडियों को बंद किया गया है. बाबूलाल ने कहा कि अगर सरकार हमारी मांगे नहीं मानेगी तो व्यापारियों को अनिश्चितकालीन व्यापार बंद करना पड़ेगा. ऐसे में सरकार को प्रति दिन 16 सौ करोड़ रूपए का नुकसान सहन करना पड़ रहा है.