नई दिल्ली/ जयपुर:दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 7 लाख रुपए के इनामी कुख्यात बदमाश संदीप उर्फ काला जठेड़ी को गिरफ्तार किया. इसके साथ ही एक लेडी डॉन को भी गिरफ्तार किया गया है. इस लेडी डॉन का नाम अनुराधा उर्फ मैडम मिंज बताया गया है. यह राजस्थान के विभिन्न इलाकों में अपराध को ऑपरेट करती थी. पुलिस उसे भी काला जठेड़ी के साथ दिल्ली ले आई है और उससे पूछताछ की जा रही है.
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स्पेशल सेल के डीसीपी मनीषी चंद्रा के अनुसार उनकी टीम कई महीनों से संदीप उर्फ काला जठेड़ी की गिरफ्तारी को लेकर काम कर रही थी. दिल्ली के अलावा हरियाणा, राजस्थान, यूपी आदि जगह पर जिस तरीके से उसने अपराध किए हुए थे, उसे लेकर स्पेशल सेल ने एक मकोका का मामला भी दर्ज कर रखा था. स्पेशल सेल की टीम को सूचना मिली थी कि वह सहारनपुर में मौजूद है. इस जानकारी पर पुलिस टीम ने वहां पर छापा मारा तो उसके साथ एक महिला भी पकड़ी गई. इस महिला की पहचान अनुराधा उर्फ मैडम मिंज के रूप में की गई.
डीसीपी मनीषी चंद्रा के अनुसार गिरफ्तार की गई महिला अनुराधा पहले कुख्यात बदमाश आनंदपाल सिंह की सहयोगी थी. आनंदपाल सिंह की एनकाउंटर में मौत हो चुकी है. इसके बाद से वह काला जठेड़ी के संपर्क में आकर उसको सहयोग कर रही थी. राजस्थान में उसके खिलाफ फिरौती, अपहरण, हत्या की साजिश आदि मुकदमे दर्ज हैं. राजस्थान पुलिस ने उस पर 10 हजार रुपये का इनाम भी रखा हुआ था. इसकी गिरफ्तारी की जानकारी राजस्थान पुलिस को दे दी गई है.
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जानिए कौन है लेडी डॉन अनुराधा
राजस्थान में अपराध की दुनिया में कुख्यात चेहरा बन चुकी अनुराधा किसी समय पढ़ाई में बहुत अव्वल हुआ करती थी. सीकर से बीसीए जैसी प्रॉफेशनल डिग्री हासिल की. नौकरी की बजाय अपने सपने पूरे करने के लइए शादी के बाद अपने पति के साथ मिलकर शेयर ट्रेडिंग का काम शुरू किया. लेकिन इस बिजनेस में उसे काफी नुकसान झेलना पड़ा. लाखों से करोड़ों रुपए कर्ज में डूबने के बाद लेनदारों ने जब उसके घर का दरवाजा खटखटाना शुरू किया तो अनुराधा ने इससे निबटने की आसान खिड़की तलाशना शुरू कर दी.
कर्जदाताओं से आजीज होकर अनुराधा ने जुर्म की दुनिया में कदम रखते देर नहीं लगाई. हिस्ट्रीशीटर बलवीर बानूड़ा के जरिए उसकी मुलाकात आनंदपाल से हुई. इसके बाद उसने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. आनंदपाल के साथ उसने गैंग को ऑपरेट करना शुरू कर दिया. लगातार बढ़ती करीबी के चलते उसे आनंदपाल की कथित गर्लफ्रेड भी कहा जाने लगा. यही वजह है की अनुराधा को आनंदपाल गिरोह में नंबर वन पर रखा गया. गिरोह से जुड़ी हर वारदात की प्लानिंग खुद अनुराधा ही करती थी. ऐसा बताया जाता है कि अनुराधा ने ही आनंदपाल को सूट-बूट पहनना और अंग्रेजी बोलना सिखाया, जिसके बदले आनंदपाल ने उसे पिस्तौल से लेकर एके-47 तक चलाना सिखाया.
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अपराध की दुनिया में अनुराधा लेडी डॉन तब कहलाई जब सीकर के एक व्यापारी के अपहरण मामले में उस पर 5 लाख रुपए इनाम घोषित किया गया. साल 2006 के बहुचर्चित जीवणराम गोदारा हत्याकांड के मुख्य गवाह के भाई के अपहरण मामले में वह वांछित थी. इसके बाद अनुराधा के जुर्म और दहशत दोनों ही बढ़ते गए. कई बार पुलिस ने उस पर शिकंजा कसा लेकिन जैसे ही वह पेरोल पर बाहर आती फिर से जुर्म की दुनिया में सक्रिय हो जाती. आनंदपाल एनकाउंटर के बाद उसकी गैंग को अनुराधा ही ऑपरेट कर रही थी. लेकिन राजस्थान पुलिस की आनंदपाल गिरोह को खत्म करने के लिए चलाए गए ऑपरेशन के चलते उसने हरियाणा का रुख कर लिया. यहां उसकी मुलाकात कई कुख्यात गैंगस्टर से हुई जिनमें से काला जठेड़ी एक है.