जयपुर. REET पेपर आउट (REET paper leak case 2021) को लेकर भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने सोमवार को एक बार फिर आरोपों का पिटारा खोला है. उन्होंने अपने चिर-परिचित अंदाज में पूर्व शिक्षा मंत्री गोविंद डोटासरा, तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग, सीएम के ओएसडी देवाराम सैनी और सीएम अशोक गहलोत पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने REET अभ्यर्थियों को 90 हजार रुपए बतौर मुआवजा देने की भी मांग की है.
90 हजार रुपए बतौर मुआवजा देने की भी मांग :किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि शिक्षा विभाग से जुड़ी हर परीक्षा का परिणाम जारी करने में तत्कालीन शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा बढ़-चढ़कर भागीदारी निभाते थे. लेकिन जिस आनन-फानन में REET का परिणाम जारी किया गया और डोटासरा अनुपस्थित रहे, यह संदेह पैदा करता है. एक अभ्यर्थी चार महीने परीक्षा की तैयारी करता है तो उसके करीब 90 हजार रुपए खर्च होते हैं. इसलिए सरकार को हर अभ्यर्थी को 90 हजार रुपए (तैयारी खर्च) का भुगतान करना चाहिए.
उन्होंने आरोप लगाया कि माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. डीपी जारोली को बर्खास्त किया गया. लेकिन अभी वह एसओजी की गिरफ्त से बाहर है. उन्हें गायब करने में सत्ताधारी दल के एक मंत्री और पीसीसी चीफ का हाथ है. ऐसे में एसओजी को जारोली को गिरफ्तार करना चाहिए. उनका कहना है कि एक प्रभावशाली मंत्री ने सरस्वती प्रिंटिंग प्रेस से पर्चा हासिल कर 40 परीक्षा केंद्रों पर यह पर्चा भेजा था. इसके जरिए प्रति केंद्र 20 करोड़ रुपए के हिसाब से करीब 800 करोड़ रुपए बटोरे गए. इनमें प्रिंस कॉलेज सीकर, कलाम कोचिंग इंस्टीट्यूट सीकर, मदर टेरेसा कॉलेज, आदि बड़े नाम हैं.
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