जयपुर. विकास प्राधिकरण के आयुक्त गौरव गोयल ने बीतो दिनों ट्रांसपोर्ट योजना को लेकर एक मीटिंग आयोजित की थी. ऐसे में अब जयपुर ट्रांसपोर्ट ऑपरेटर्स एसोसिएशन द्वारा उस मीटिंग का जमकर विरोध किया जा रहा है.
ट्रांसपोर्ट ऑपरेटर्स ने लिखा पत्र ट्रांसपोर्ट ऑपरेटर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल आनंद ने स्वास्थ्य शासन मंत्री शांति धारीवाल को पत्र लिखा है. अनिल आनंद ने बताया कि 2004 में जयपुर की सड़कों पर भारी वाहन और यातायात का भार कम करने हेतु 3 ट्रांसपोर्ट नगर बनाने के लिए भूमि अधिग्रहण की गई थी. जिसमें अजमेर रोड आगरा रोड और सीकर रोड को चुना गया था.
आनंद ने बताया कि इन तीनों योजनाओं में से सिर्फ सीकर रोड योजना ही कार्य रूप ले पाई और इसके लिए आवेदन भी मांगे गए. अजमेर रोड और आगरा रोड पर भूखंड चाहने वालों ने इस योजना में भाग नहीं लिया और आवेदन भी नहीं किया गया. आनंद ने बताया जयपुर की सभी एसोसिएशन के 600 लोग लगभग अभी भी इस योजना से वंचित रह रहे हैं. क्योंकि 16 साल के बाद भी सीकर रोड ट्रांसपोर्ट नगर योजना पूरी तरह से धरातल पर नहीं उतर पाई. बाकी के लोगों को भूखंड मिलेंगे यह पूछना भी बेईमानी है.
आनंद ने बताया राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है. जिसमें उन्होंने मंत्री धारीवाल से अनुरोध करते हुए कहा कि, इस मामले में हस्तक्षेप करके बाकी बचे लोगों को भी शीघ्र भूखंड दिलाए. जिससे ट्रांसपोर्टर्स वहां जाकर निर्माण कार्य कराकर ट्रांसपोर्ट अपना व्यवसाय शहर के बाहर व्यवसाय शुरू कर सके. जयपुर शहर बहुत बड़ा है. इसलिए एक ही ट्रांसपोर्ट से व्यापार हो जाए, यह भी बिल्कुल संभव नहीं है.
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शहर के अलग-अलग इंडस्ट्री एरिया है और सब जगह उत्पादन और मटेरियल की आवश्यकता होती है. ऐसे में जल्द से जल्द ट्रांसपोर्ट की समस्याओं का समाधान भी किया जाए. आनंद ने बताया ट्रांसपोर्ट व्यवसाय वाहनों के माध्यम से माल पहुंचाते हैं. ऐसे में मंत्री धारीवाल को इस योजना में हस्तक्षेप कर जल्द से जल्द ट्रांसपोर्टर्स को राहत देने, ट्रांसपोर्ट नगर योजना और अजमेर रोड आगरा रोड योजना में हस्तक्षेप कर ट्रांसपोर्टर्स व्यवसायी और उनसे संबंधित व्यवसायिक भूखंड जल्द से जल्द उपलब्ध कराएं.