जयपुर. जार्ड अध्यक्ष पद के लिए सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज में आज चुनाव हो रहे हैं. इससे पहले ही मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने अपने स्तर पर जार्ड का अध्यक्ष चुन लिया. जिसका रेजिडेंट डॉक्टर्स की मौजूदा और पुरानी कार्यकारिणी ने विरोध किया. इसके बाद आज चुनाव करवाए जा रहे हैं (JARD election Controversy). जयपुर एसोसिएशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स की कार्यकारिणी के चुनाव आज s.m.s. मेडिकल कॉलेज में करवाए जा रहे हैं.
शुक्रवार देर रात तक जार्ड का नया पैनल चुन लिया जाएगा. लेकिन पैनल के चुनाव से पहले ही विवाद पैदा हो गया है. दरअसल इन चुनावों के बाद जार्ड के एक बार फिर दो अध्यक्ष पैनल में शामिल हो जाएंगे और करीब 2 साल पहले भी ऐसा ही देखने को मिला था. आज हो रहे मतदान के लिए चार पैनल के माध्यम से प्रत्याशी मैदान में है जबकि इससे पहले s.m.s. मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने अपने स्तर पर जार्ड के नए अध्यक्ष की घोषणा कर दी. जिसके तहत डॉ भागीरथ मूंड को कॉलेज प्रशासन ने अध्यक्ष घोषित किया. जार्ड की मौजूदा और पुरानी कार्यकारिणी ने इसे अवैध बताया और एक बार फिर चुनाव के माध्यम से ही डॉक्टर के प्रतिनिधियों का चुनाव किया जा रहा है.
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2 साल पहले भी था ये विवाद :करीब 2 साल पहले भी इस तरह का विवाद देखने को मिला था जहां जार्ड का चुनाव विवादों में आ गया था. दो साल पहले जार्ड के दो प्रतिनिधि चुने गए थे. इसमें कॉलेज प्रशासन ने अध्यक्ष पद पर डॉ. रामचंद्र जांगू को चुना था और फिर जार्ड ने अपने चुनाव करवाकर डॉ. अजीत बागड़ा को अध्यक्ष चुन था. उस समय दो कार्यकारिणी एक साथ काम कर रही थी और ऐसा ही एक बार फिर देखने को मिल रहा है.
आज हो रहे चुनाव में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव, संयुक्त सचिव और स्टेट कॉर्डिनेटर पदों पर वोटिंग हो रही है. जार्ड की वर्तमान और पूर्व कार्यकारिणी यह चुनाव अपने स्तर पर करवा रही है. जिसमे डॉ. अजय सिंह गुर्जर, डॉ. अंशुल बंसल, डॉ. नीलम सैनी और डॉ. नीलम डामोर अध्यक्ष पद पर पैनल के साथ मैदान में है. जिसमे करीब 1600 रेजिडेंट मतदान करेंगे. जार्ड के पूर्व अध्यक्ष डॉ. अजीत बागड़ा का कहना है कि जार्ड की अपनी यूनियन है. इसलिए जार्ड खुद की बॉडी का चुनाव खुद करता है. इसमें सरकार के प्रतिनिधि का कोई हस्तक्षेप नहीं होता. जार्ड अपने स्तर पर पैनल के अनुसार चुनाव करवाती है.