जयपुर: फोन टैपिंग मामले (Rajasthan Phone Tapping Case) में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के OSD को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच (Delhi Crime Branch) ने तीसरी बार नोटिस जारी कर आज सुबह 11:00 बजे पेश होने को कहा था. लेकिन इस बार भी लोकेश शर्मा दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के सामने पेश नहीं हुए. सुबह तक इस पर सस्पेंस बना हुआ था, लेकिन सूत्रों के मुताबिक वो नहीं जा रहे हैं.
लोकेश शर्मा के न जाने का कयास तभी से लगाया जा रहा था जब से उन्होंने फोन पर रेस्पॉन्स करना बंद कर दिया था. इस बार लोकेश शर्मा को पूछताछ के लिए पेश नहीं होने पर गिरफ्तारी की चेतावनी दी हुई है.
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दिल्ली राजस्थान हाउस में रूम बुक
खबरों की मानें तो दिल्ली स्थित राजस्थान हाउस में कल से ही लोकेश शर्मा के नाम पर रूम बुक किया गया था. जहां वो नहीं पहुंच पाए. तभी से अंदाजा लगाया जाने लगा था कि वो दिल्ली रवाना नहीं होंगे.
10 से ज्यादा बिन्दुओं पूछताछ
लोकेश शर्मा आज सुबह 11 बजे क्राइम ब्रांच के सामने पेश होते तो , फोन टैपिंग को लेकर क्राइम ब्रांच 10 से ज्यादा बिंदुओं पर सवाल-जवाब करती. जिसमें मुख्य रुप से फोन टैपिंग की अनुमति को लेकर सवाल है कि किसके कहने पर यह फोन टैप हुआ. दूसरा यह कि ऑडियो रिकॉर्डिंग उनके पास कहां से उपलब्ध हुई.
इस बार आरोपी के तौर पर भेजा था नोटिस
दिल्ली क्राइम ब्रांच (Delhi Crime Branch) ने इससे पहले गहलोत के ओएसडी (OSD Of Gehlot) को नोटिस जारी कर 24 जुलाई को बुलाया था लेकिन उस वक्त लोकेश शर्मा ने कोरोना संक्रमण का हवाला देते हुए पेश होने असमर्थता जाहिर की थी. इसके बाद दिल्ली क्राइम ब्रांच ने दूसरी बार 22 अक्टूबर को पूछताछ के लिए तलब किया था. तब लोकेश शर्मा दिल्ली तक चले गए थे लेकिन फिर वो पेश होने की बजाए पारिवारिक कारण बताते हुए वापस लौट आए.
इस बार दिल्ली क्राइम ब्रांच ने सीएम के ओएसडी को भेजे नोटिस में कई शर्तें रखी हैं. इस बार पूछताछ के लिए पेश नहीं होने और नोटिस की शर्तों का पालन नहीं करने पर अगली बार गिरफ्तारी की चेतावनी दी है. क्राइम ब्रांच ने दो बार 160 सीआरपीसी के तहत नोटिस भेजे थे, लेकिन इस बार सीआरपीसी 41 (1) ए के तहत लोकेश शर्मा को आरोपी के तौर पर नोटिस भेजकर तलब किया था.
पायलट कैंप की बगावत और फोन टैपिंग विवाद
पिछले साल जुलाई में सचिन पायलट कैंप (Sachin Pilot Camp) की सीएम गहलोत के खिलाफ की गई बगावत के बाद फोन टैपिंग विवाद सामने आया था . मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा ने सोशल मीडिया गहलोत खेमे ने विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाते हुए कुछ ऑडियो टेप वायरल किए थे. इसमें केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर कांग्रेस विधायक भंवरलाल शर्मा के साथ गहलोत सरकार को गिराने के लिए सौदेबाजी का दावा किया गया था.