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महत्वपूर्ण प्रमाण पत्रों की होगी होम डिलीवरी, नहीं काटने पड़ेंगे दफ्तरों के चक्कर - सुभाष गर्ग - Dr. Subhash Garg, Minister of State for Ayurveda and Technical Education

राजस्थान में अगले साल 1 अप्रैल से महत्वपूर्ण सर्टिफिकेट की होम डिलीवरी होने लगेगी. इन प्रमाण पत्रों के लिए दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे. आयुष राज्य मंत्री सुभाष गर्ग ने कहा है कि ऐसा करने वाला राजस्थान संभवत: देश का पहला राज्य होगा.

प्रमाण पत्रों की होगी होम डिलीवरी
प्रमाण पत्रों की होगी होम डिलीवरी

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Published : Nov 24, 2021, 7:49 PM IST

Updated : Nov 24, 2021, 9:27 PM IST

जयपुर. राजस्थान में 1 अप्रैल 2022 से कई महत्वपूर्ण प्रमाण पत्रों की होम डिलीवरी हो सकेगी. जन्म, मृत्यु, पेंशन सहित कई महत्वपूर्ण प्रमाण पत्रों की होम डिलीवरी होगी. ऐसा करने वाला राजस्थान संभवत भारत में पहला राज्य होगा.

आयुर्वेद और तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री डॉ सुभाष गर्ग ने ने कहा कि भारतीय चिकित्सा पद्धति को मजबूत बनाने पर जोर दिया जाएगा. आयुष टूरिज्म को मजबूत बनाने की दिशा में भी कार्य किया जाएगा. आयुर्वेद और तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री डॉ सुभाष गर्ग ने कहा कि प्रदेश में एक अप्रैल 2022 से जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्रों की होम डिलीवरी की जाएगी. अब लोगों को ऐसे दस्तावेजों के लिए कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे.

प्रमाण पत्रों की होगी होम डिलीवरी- सुभाष गर्ग

विभाग की ओर से इसका रोडमेप तैयार कर लिया गया है. अब सिर्फ अगले साल इसकी शुरूआत होना बाकी रह गया है. डॉ गर्ग ने कहा कि देश में संभवत राजस्थान पहला ऐसा राज्य होगा जहां महत्वपूर्ण दस्तावेजों को अब होम डिलीवरी कर लोगों तक पहुंचाया जाएगा. डॉ गर्ग ने कहा कि आज उन्होंने विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में इसके निर्देश दिए हैं.

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आयुष टूरिज्म होगा मजबूत

सुभाष गर्ग ने कहा कि आयुष टूरिज्म को मजबूत बनाने के संबंध में निर्देश दिए हैं. कोरोना काल में होम्योपेथी, आयुर्वेदिक, यूनानी और योग सहित पांच विधाओं को लोगों ने काम में लिया है. यह पद्धति इम्यूनिटी मजबूत बनाने में कारगर साबित होती है. पिछले 31 महीने में 18 महीने कोरोना में गुजर हैं, ऐसी परिस्थिति में कोरोना में आयुर्वेद में बहुत अच्छे से काम किया है. कोरोना की आने वाली संभावित लहर में आयुष पद्धति का अधिक उपयोग करने के निर्देश दिये हैं. खास कर गांव में आयुष का लाभ पहुंचाने के लिए काम करेंगे.

सुभाष गर्ग ने कहा कि आयुष अस्पतालों के लिए 25 करोड़ की दवाओं की खरीद के ऑर्डर दे दिये हैं. उन्होंने कहा कि आयुष अस्पतालों के सिस्टम को ऑनलाइन किया जाएगा, जिससे यह पता लग सकेगा कि हॉस्पिटल पर कितने चिकित्सक और दवाओं की कमी है.

Last Updated : Nov 24, 2021, 9:27 PM IST

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