करौली/जयपुर.गुर्जर आरक्षण मामले को लेकर सरकार ने भले ही 3 घोषणाएं कर दी हों. लेकिन इनसे अंसतुष्ट गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति से जुड़े नेता आंदोलन पर अड़ गए हैं. वहीं गुर्जर नेताओं द्वारा जयपुर में सरकार के साथ वार्ता में हिस्सा नहीं लेने के बाद करौली जिले में गुरुवार रात 12 बजे के बाद से ही इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं.
गुर्जर नेता कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के बेटे विजय बैंसला ने फोन पर बातचीत करते हुए ईटीवी भारत को बताया कि वे सरकार की तीनों घोषणाओं से अंसतुष्ट हैं. जब तक सरकार उनकी सभी मांगें नहीं मान लेती तब तक वे कोई टेबल टॉक नहीं करेंगे. एक नवंबर को प्रस्तावित आंदोलन होकर रहेगा. जिले में इंटरनेट सेवाओं कों बंद करने को लेकर विजय बैंसला ने कहा कि सरकार अनावश्यक रूप से जनता को परेशान कर रही है.
वहीं पूर्व में बिना किसी सूचना के इंटरनेट सेवाएं बंद करने के बाद आमजन को भी खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. खासतौर से मोबाइल यूजर्स और ऑनलाइन स्टडी कर रहे छात्रों को समस्या झेलनी पड़ रही है. भरतपुर सहित संभाग के गुर्जर बाहुल्य कई क्षेत्रों में इंटरनेट बंद होने की सूचना मिल रही है.
सूत्रों के मुताबिक प्रस्तावित आंदोलन को देखते हुए जिला कलेक्टर, करौली ने सभी अधिकारियों को मुख्यालय पर रहने के आदेश जारी किए हैं. और यह निर्देशित किया गया है कि बिना सूचना के कोई भी अधिकारी मुख्यालय नहीं छोड़ेगा.
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गौरतलब है कि गुरुवार को सरकार और गुर्जर प्रतिनिधिमंडल की एक वार्ता होनी थी, लेकिन गुर्जर प्रतिनिधिमंडल से कोई भी व्यक्ति वार्ता के लिए जयपुर नहीं पहुंचा. ऐसे में सरकार की ओर से एक प्रेस वार्ता आयोजित की गई, जहां अशोक गहलोत सरकार के दो मंत्री अशोक चांदना और रघु शर्मा ने मीडिया को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि सरकार टेबल पर बैठकर वार्ता करना चाहती है और यह आंदोलन वार्ता से ही समाप्त होगा.