जयपुर.राजधानी में नौकरी लगाने का झांसा देकर बेरोजगार युवकों को ठग लगातार अपनी ठगी का शिकार (Fraud in Jaipur) बनाने में लगे हुए हैं. नौकरी लगाने के नाम पर लाखों रुपए ठगने के दो नए प्रकरण सामने आए हैं. इसके साथ ही सामान खरीदने का झांसा देकर लाखों रुपए की ठगी करने का एक नया प्रकरण भी सामने आया है.
नौकरी लगाने के नाम पर ठगी करने का पहला प्रकरण करधनी थाने में दर्ज किया गया है, जिसमें चंद्र नगर निवासी महावीर सिंह ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है. शिकायत में इस बात का जिक्र किया गया है कि पीड़ित के परिचित रविंद्र सिंह और बलवीर सिंह ने विभिन्न विभागों में आला अधिकारियों और मंत्रियों से जान पहचान होने का झांसा दिया. साथ ही पटवारी की नौकरी लगाने का झांसा देकर अलग-अलग टुकड़ों में कुल 18 लाख रुपए हड़प लिए.
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काफी लंबा समय बीत जाने के बाद भी जब पीड़ित की नौकरी नहीं लगी तो उसने रविंद्र सिंह और बलवीर सिंह से 18 लाख रुपए वापस लौटाने के लिए कहा, जिस पर आरोपियों ने जल्द ही पैसा लौटाने का आश्वासन दिया और बाद में राशि लौटाने से इनकार कर दिया. इस प्रकार से ठगी का शिकार होने के बाद पीड़ित ने करधनी थाने पहुंच ठगी का मामला दर्ज कराया. पुलिस ने आईपीसी की धारा 419, 420, 406 और 120 बी के तहत प्रकरण दर्ज कर जांच करना शुरू किया है.
विदेशी कंपनी में नौकरी लगाने का झांसा देकर ठगी
ठगी का दूसरा मामला बजाज नगर थाने में बरकत नगर निवासी अंकन माथुर ने दर्ज करवाया है. शिकायत में इस बात का जिक्र किया गया है कि पीड़ित ने नौकरी डॉट कॉम पर जॉब के लिए अप्लाई किया, जिसके बाद पीड़ित के मोबाइल पर एक व्यक्ति ने फोन कर खुद को नौकरी डॉट कॉम का प्रतिनिधि बताकर एक विदेशी कंपनी में नौकरी लगाने का झांसा दिया.
नौकरी लगाने के नाम पर एप्लीकेशन फीस और विभिन्न चार्ज बताकर पीड़ित से 2.42 लाख रुपए ठग लिए. इसके बाद भी ठग ने पीड़ित से और राशि जमा कराने के लिए कहा जिस पर पीड़ित को शक हुआ. पीड़ित ने जब अपने स्तर पर पड़ताल की तो ऐसी किसी भी विदेशी कंपनी के नहीं होने की जानकारी सामने आई. जिस पर पीड़ित ने जब ठग से संपर्क कर उसकी राशि वापस लौटाने के लिए कहा तो ठग ने राशि लौटाने से इनकार कर दिया और मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया. इसके बाद पीड़ित ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई. पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर ट्रांजैक्शन डिटेल और मोबाइल नंबर के आधार पर जांच करना शुरू कर दिया है.
समान खरीदने का झांसा देकर ठगी
ठगी का तीसरा मामला बनीपार्क थाने में श्रीविनायक अपार्टमेंट निवासी मुग्धा खेमका ने दर्ज करवाया है. शिकायत में इस बात का जिक्र किया गया है कि मुग्धा ने ओएलएक्स पर कुछ सामान बेचने के लिए फोटो अपलोड की. ओएलएक्स पर बेचने के लिए डाली गई सामान की फोटो देखकर एक व्यक्ति ने फोन के जरिए संपर्क किया. व्यक्ति ने अपना नाम अकाश कुमार बताया और साथ ही सामान खरीदने में दिलचस्पी जाहिर की, जिस पर 70 हजार रुपए में सामान खरीदना तय हुआ.
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फोन करने वाले व्यक्ति ने 30 हजार रुपए एडवांस के रूप में ऑनलाइन पेमेंट करने और शेष 40 हजार रुपए सामान लेते वक्त देने की बात कही. इसके बाद फोन करने वाले व्यक्ति ने एक क्यूआर कोड भेज कर उसे स्कैन करने के लिए कहा. जैसे ही मुग्धा ने फोन करने वाले व्यक्ति द्वारा भेजे गए क्यूआर कोड को स्कैन किया तो उसके खाते में रुपए नहीं आए. इस पर उस व्यक्ति ने एक और क्यूआर कोड भेज कर उसे स्कैन करने के लिए कहा. इस बार भी क्यूआर कोड स्कैन करने पर मुग्धा के खाते में राशि ट्रांसफर नहीं हुई, जिस पर ठग ने टेक्निकल एरर बता कर कुछ देर बाद राशि ट्रांसफर करने की बात कह कर फोन काट दिया.
फोन कटने के बाद पीड़ित के मोबाइल पर उसके खाते से 2.24 लाख रुपए का ट्रांजैक्शन होने के मैसेज प्राप्त हुए. इसपर जब पीड़ित ने दोबारा उस नंबर पर संपर्क करने का प्रयास किया तो वह नंबर बंद आया. इस तरह से ठगी का शिकार होने के बाद पीड़ित ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई. फिलहाल, पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर ट्रांजेक्शन डिटेल और मोबाइल नंबर के आधार पर जांच करना शुरू कर दिया है.