जयपुर.राजधानी में ठगी की वारदातें लगातार बढ़ती जा रही हैं और शातिर ठग नए-नए तरीके इजाद कर (fraud cases in jaipur) लोगों को अपने ठगी का शिकार बनाने में लगे हुए हैं. गुरुवार को राजधानी के हरमाड़ा, विद्याधर नगर, सांगानेर और मुहाना थाने में ठगी के 4 अलग-अलग प्रकरण दर्ज किए गए हैं. ठगी का पहला मामला हरमाड़ा थाने में न्यू लोहा मंडी निवासी राकेश कुमार शर्मा ने दर्ज करवाया है. परिवादी ने रोहित शर्मा और विजय शर्मा नाम के दो व्यक्तियों के खिलाफ क्रिप्टो करेंसी में निवेश करके मोटा मुनाफा कमाने के नाम पर झांसा देकर 53 लाख रुपए ठगने की शिकायत दर्ज करवाई है.
प्रकरण की जांच कर रहे एएसआई जितेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि जुलाई 2020 में परिवादी को उसके गांव के पड़ोसी रोहित शर्मा ने संपर्क किया और क्रिप्टो करेंसी में निवेश कर मोटा मुनाफा कमाने का आश्वासन दिया. इसके बाद परिवादी ने रोहित की बातों में आकर अपने दो जीजा और पांच अन्य रिश्तेदारों से बात कर उन्हें क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने के लिए राजी कर लिया. इसके बाद परिवादी और उसके तमाम रिश्तेदारों ने रोहित को निवेश करने के लिए पैसे देना शुरू कर दिया. अक्टूबर 2021 में रोहित ने परिवादी की मुलाकात अपने चाचा के लड़के विजय शर्मा से करवाई. उसने विजय का जॉर्जिया में क्रिप्टो करेंसी का बड़ा बिजनेस होने की बात कहकर उसकी कंपनी में भी निवेश करवा दिया.
ठगों के झांसे में आकर परिवादी और उसके रिश्तेदारों ने विजय की कंपनी में भी निवेश के नाम पर पैसे दे दिए. लंबे समय बीत जाने पर फरवरी 2022 में परिवादी और उसके रिश्तेदारों ने रोहित और विजय से मुनाफे के बारे में पूछा. इसपर दोनों हर बार कोई ना कोई बहाना करके बात टालने लगे. शक होने पर परिवादी और उसके रिश्तेदारों ने पड़ताल की तो पता चला कि, ऐसी कोई कंपनी है ही नहीं जिसके नाम पर उनसे लाखों रुपए निवेश करवाए गए. इस पर परिवादी और उसके रिश्तेदारों ने दोनों से निवेश की गई राशि वापस मांगी तो उन्होंने राशि लौटाने से इनकार कर दिया और अपने मोबाइल फोन बंद कर शहर से फरार हो गए. दोनों ने परिवादी से क्रिप्टो करेंसी में निवेश के नाम पर कुल 53 लाख रुपए हड़प लिए. ठगी का पता चलने पर राकेश कुमार शर्मा ने गुरुवार को हरमाड़ा थाने में रोहित और विजय के खिलाफ ठगी का मामला दर्ज करवाया. फिलहाल पुलिस प्रकरण दर्ज कर आरोपियों की तलाश कर रही है.
दूसरा मामला:ठगी का दूसरा मामला मुहाना थाने में इस्कॉन रोड निवासी विशाल सूद ने दर्ज करवाया है. प्रकरण की जांच कर रहे थानाधिकारी लखन सिंह खटाना ने बताया कि परिवादी को मोबाइल पर पतंजलि योगपीठ की फ्रेंचाइजी लेने के संबंध में एक मैसेज प्राप्त हुआ. मैसेज में एक लिंक दिया गया था, जिसपर परिवादी ने क्लिक किया तो उसे रजिस्ट्रेशन के लिए एक वेबसाइट पर डायरेक्ट किया गया. यहां परिवादी ने अपनी जानकारी ऑनलाइन भरकर सबमिट कर दी. इसके बाद उसे एक व्यक्ति ने फोन किया और खुद को पतंजलि योगपीठ से संबंधित बताया. उसने परिवादी से रजिस्ट्रेशन करवाने के नाम पर अलग-अलग ट्रांजैक्शन करते हुए खाते से 89 हजार रुपए ठग लिए. इसके बाद भी ठग पीड़ित को और राशि जमा कराने के लिए कह रहा था. शक होने पर जब पीड़ित ने पड़ताल की तब जाकर उसे ठगी का पता चला. इसके बाद गुरुवार को पीड़ित ने मुहाना थाने पहुंच अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ ठगी का मामला दर्ज करवाया. फिलहाल पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर मोबाइल नंबर और ट्रांजैक्शन डिटेल के आधार पर जांच कर रही है.