जयपुर. राजधानी के रिटेल कारोबारियों ने खाद्य सामग्री की किल्लत और दामों में इजाफे के लिए मंडी स्तर से हो रही ढीली सप्लाई को जिम्मेदार बताया था. उसके बाद ईटीवी भारत की टीम जयपुर की सबसे बड़ी कुकर खेडा मंडी पहुंची और व्यापारियों का रुख जाना.
व्यापारियों के मुताबिक अगर होलसेल का सामान रिटेल शॉप पर पहुंचाया जाता है तो इस दौरान लॉकडाउन के तहत जारी नाकाबंदी पर उनकी मालवाहक गाड़ी को जप्त किए जाने की धमकी पुलिस प्रशासन की ओर से दी जाती है. जाहिर है कि माल ले जाते वक्त बिल और बिल्टी होती है, लेकिन वापसी के वक्त ड्राइवर खाली हाथ होता है. ऐसे में लॉकडाउन की पालना करा रही पुलिस की सख्ती के आगे वह लोग बेबस हो जाते हैं.
मंगलवार सुबह ही व्यापारियों ने बताया कि उनके दो साथियों की मंडी आते वक्त गाड़ियों को जप्त कर लिया गया था. ऐसे हालात में शहर में सुचारू सप्लाई कैसे की जाए, इसके लिए रास्ता तलाशना जरूरी था. जिसके बाद ईटीवी की टीम कुकरखेड़ा मंडी स्थित कृषि विभाग के कार्यालय पर पहुंची. जहां मंडी के सहायक सचिव पृथ्वीराज राठौड़ ने यह भरोसा दिलाया कि ईटीवी भारत ने व्यापारियों के लिए सेतु का काम किया है और अब वे जल्द पास जारी करेंगे.
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ईटीवी भारत ने अपने सामाजिक सरोकार निभाते हुए एक बार फिर जयपुर शहर के रिटेल व्यापारियों के जरिए आमजन तक खाद्य सामग्री सुचारू रूप से पहुंचे इसके इंतजाम किए हैं. बता दें कि प्रशासन ने कृषि मंडी स्तर पर वाहनों को पास जारी कर व्यापारियों को अग्रिम राहत पहुंचाने का भरोसा भी दिलाया है.