जयपुर.आज के समय में सुरक्षित ड्राइविंग को बढ़ावा देने के लिए शहर में कई ड्राइविंग प्रशिक्षण स्कूल चल रहे है, जहां शुल्क लेकर अनफिट लोगों को ही ड्राइविंग सर्टिफिकेट दे दिया जाता है जबकि उनको पूरी तरह से यातायात नियमों के बारे में भी नहीं बताया जाता है. ऐसे में जयपुर शहर की ट्रैफिक ट्रेनिंग एजुकेशन को डिजिटल माध्यम से बढ़ावा देने के लिए क्षेत्रीय विज्ञान केंद्र 'साइंस विद रोड सेफ्टी' थीम के तहत निःशुल्क प्रशिक्षण दे रहा है.
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वीडियो गेम की तरह नजर आने वाला ये सिम्युलेटर अब खेल-खेल में डाइविंग की बारीकियों को सीखा रहा है. इसके कैबिन में लगी स्टीयरिंग और थ्रीडी स्क्रीन पर प्रशिक्षु ड्राइवर सड़क पर आने वाली कठिन परिस्थितियों को समझते हुए ड्राइविंग की स्किल को मजबूत कर पाएंगे. यही नहीं, ड्राइविंग सिम्युलेटर में लगी एलईडी स्क्रीन की मदद से वास्तविक ड्राइविंग परिस्थितियों को पार कर ड्राइविंग योग्यता निखरेगी. साथ ही वीडियो फुटेज से सुरक्षित ड्राइविंग का अभ्यास और ट्रैफिक नियमों के बारे में भी बताया जा रहा है.
ट्रफिक नियमों का पालन न करने की वजह से होते सड़क हादसे जयपुर शहर में अलग-अलग टूरिस्ट स्पॉट पर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग फोर व्हीलर ड्राइविंग सिम्युलेटर लगाकर लोगों को निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है. जहां बाकायदा ट्रेनर की मदद से प्रशिक्षुओं को लाइव डेमो देकर ड्राइविंग सिम्युलेटर पर खेल-खेल में ड्राइविंग की बारीकियां भी समझाई जा रही है.
फोर व्हीलर ड्राइविंग सिम्युलेटर जवाहर कला केंद्र पर लगे ड्राइविंग सिम्युलेटर की ट्रेनर ममता पंवार ने बताया कि, सबसे पहले लर्नर को एक्सीलेटर, क्लच सहित पूरे सिस्टम के बारे में बताया जाता है, जिसका उपयोग करते हुए वो सुरक्षित राइड कर सकते है. वही जो पहले से प्रशिक्षित है उन्हें वीडियो गेम की तरह यातायात नियमों के बारे में बताया जाता है, इससे सड़क पर वाहन चलाते समय उनमें आत्मविश्वास पैदा होता है. इसके लिए ट्रेनर 20 मिनट का लाइव डेमो देकर सीट बेल्ट से लेकर ट्रैफिक रूल्स के बारे में जानकारी देता है.
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ड्राइविंग सिम्युलेटर का जो भी फर्स्ट ट्रायर ले रहे है उनमें भी काफी उत्साह देखा जा रहा है. जयपुर के रहने वाले राहुल शर्मा ने बताया कि, इस सिम्युलेटर सिस्टम में सेंसर की मदद से रोड़ सेफ्टी के पूरे सिग्नल्स दे रखे है. साथ ही ऑडियो और वीडियो के जरिए इसको ऑपरेट करने के बारे में भी बताया जा रहा है. इससे गाड़ी सीखने वालों को बहुत मदद मिल रही है. वही इस ड्राइविंग सिम्युलेटर पर बैठकर फोर व्हीलर राइड का लाइव डेमो लेकर काफी अच्छा भी लग रहा है. इसके एक केबिन में लगभग सभी कंट्रोल जैसे कि स्टीयरिंग, गियर, क्लच, ब्रेक तीन बड़ी-बड़ी एलईडी स्क्रीन के साथ दिए गए है. इसमें वास्तविक ड्राइविंग परिस्थिति प्रशिक्षु के सामने आती रहती है.
ट्रैफिक ट्रेनिंग एजुकेशन को डिजिटली बढ़ावा देना दरअसल सड़क पर होने वाली अधिकतर दुर्घटनाओं में गलती ड्राइवरों की देखी गई है. अगर सही तरीके से ड्राइविंग नहीं करते है तो खुद के साथ-साथ दूसरों को भी मुश्किल में डाल देते है, इसलिए जरूरी है सड़क पर गाड़ी दौड़ाने से पहले ड्राइविंग की बारीकियों के साथ-साथ यातायात नियमो की पूरी जानकारी हो, इसमें काफी हद तक ड्राइविंग सिम्युलेटर भी आपकी मदद करेंगा.