जयपुर. कोरोना के बीच मौसम में इस बार बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है. जहां राजधानी में इस बार अप्रैल का महीना सबसे ठंडा दर्ज किया गया. विशेषज्ञों के अनुसार बारिश और ओलावृष्टि से तापमान में काफी कमी दर्ज की गई थी. हालांकि लॉकडाउन के चलते प्रदूषण में भी कमी आई हैं और पिछले 10 वर्षों की तुलना में इस वर्ष अप्रैल में सबसे कम गर्मी दर्ज की गई.
बता दें कि इस बार प्रदेश में मानसून और गर्मी ने देरी से दस्तक दी थी. वहीं 2009 से 2019 तक प्रदेश के ज्यादातर शहरों में दिन का तापमान 44 डिग्री से अधिक रहता था, लेकिन इस साल अप्रैल महीना सबसे ठंडा रहा है.
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वहीं 2009 से 2019 तक अप्रैल में दिन का तापमान औसतन-अधिकतम 44.7 डिग्री तक आया है, जो इस बार औसतन 37 से 38 डिग्री से ज्यादा नहीं गया. इसके दो कारण अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में पश्चिमी विक्षोभ है. वहीं इन सब परिस्थितियों के चलते अप्रैल माह में ज्यादातर स्थानों पर बादल छाए रहे और बीते 10 सालों का रिकॉर्ड भी टूट गया है.
हालांकि अब मई का महीना भी शुरू हो गया है, तो इसके साथ ही गर्मी के तीखे तेवर भी शुरू हो गए हैं. जहां प्रदेश में शुक्रवार को दिन का तापमान बढ़कर 43 डिग्री तक हो गया था, तो वहीं शनिवार को दिन के तापमान में 1.5 डिग्री की बढ़ोतरी देखी गई. हालांकि राजस्थान प्रदेश के मौसम विभाग का मानना है, कि जल्द ही प्रदेश में दिन का तापमान बढ़कर 45 डिग्री के पार तक पहुंच जाएगा.