जयपुर. राजस्थान में सुप्रीम कोर्ट के निकाय और निगम चुनाव पर रोक लगाने के इनकार के बाद अब सरकार को यह चुनाव 31 अक्टूबर तक कराने होंगे. निकाय हो या निगम चुनाव इनमें सबसे बड़ी जिम्मेदारी अगर किसी की होती है, तो वह है पार्टी का संगठन, लेकिन कांग्रेस पार्टी में इस समय संगठन के नाम पर केवल गोविंद डोटासरा है और चुनाव में प्रत्याशी चयन से लेकर सिंबल बांटने और चुनाव प्रबंधन के लिए संगठन की आवश्यकता होती है. ऐसे में अब गोविंद डोटासरा भी पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रहे सीपी जोशी की राह पर चलने की तैयारी कर रहे हैं.
राजस्थान में अब यह बिलकुल साफ हो गया है कि जब तक प्रभारी महासचिव अजय माकन प्रदेश के सातों संभागों का फीडबैक कार्यक्रम नहीं कर लेते हैं, राजस्थान में कार्यकारिणी नहीं घोषित की जाएगी. ऐसे में निगम और निकाय चुनाव में प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा सीपी जोशी की तरह चुनाव के लिए कोऑर्डिनेटर बनाने जा रहे हैं. यह कोऑर्डिनेटर जिला स्तर और विधानसभा स्तर पर बनेंगे, जो पूरे चुनाव का प्रबंधन देखेंगे. हालांकि पहले कहा जा रहा था कि इन चुनावों से पहले एक छोटी कार्यकारिणी गोविंद सिंह डोटासरा बना देंगे, लेकिन अब कोऑर्डिनेटर से ही चुनाव करवाए जाएंगे.