जयपुर. वैश्विक महामारी कोरोना से पूरा देश जंग लड़ रहा है. कोरोना वॉरियर्स इस जंग में जरूरतमंदों के भी मददगार बने हुए हैं. वहीं अब लॉकडाउन में शिथिलता बरतने के बाद प्राइवेट और सरकारी संस्थानों में 33% कर्मचारियों के साथ काम शुरू हुआ है लेकिन बायोमेट्रिक अटेंडेंस सिस्टम पर रोक लगने के चलते इन कर्मचारियों की उपस्थिति को लेकर समस्या खड़ी हो गई है. जिसका सॉल्यूशन जयपुर के कुछ युवाओं ने निकाला है. उन्होंने ना सिर्फ अटेंडेंस सिस्टम बल्कि टेंपरेचर और मास्क को डिटेक्ट कर उपस्थिति लगाने का सिस्टम डेवलप किया है. जिसे उन्हें नाम दिया है गोकोना.
अब कंपनीज और विभिन्न संस्थानों में कर्मचारियों के पहुंचने का दौर शुरू हो गया है. वहीं अधिकतर संस्थानों में बायोमैट्रिक अटेंडेंस सिस्टम लगाया हुआ है. जहां कर्मचारी अपने थंब इंप्रेशन या कार्ड इंप्रेशन से अटेंडेंस लगाते हैं लेकिन वर्तमान परिस्थितियों में ये थंब इंप्रेशन और कार्ड कोरोना वायरस को न्योता दे सकते हैं. ऐसे में कोरोना संक्रमण से एंप्लाइज को बचाने के लिए जयपुर के अंकुश, अध्ययन और उनकी टीम ने मिलकर गोकोना गैजेट तैयार किया है. ये गैजेट Contactless Attendance System पर काम करता है. जिसमें Artifical Intelligence और मशीन लर्निंग टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है. ये गैजेट फेस रिकॉग्नाइज करने के साथ-साथ टेंपरेचर थ्रेसहोल्ड से ज्यादा तो नहीं ये भी बताता है. साथ ही ये कर्मचारी के मास्क को भी डिटेक्ट करता है.
इस गैजेट में तीन सेंसर का इस्तेमाल किए गए हैं-
- थर्मल सेंसर- जो कर्मचारी के तापमान को मापने का काम करेगा
- डेप्थ सेंसर- जो एक से अधिक कर्मचारियों के गैजेट के सामने आने की स्थिति में आगे खड़े कर्मचारी को ही नोटिस करेगा
- लाइट एंड डार्क सेंसर- जिससे लाइट का इफेक्ट ना पड़े
कर्मचारियों की क्षमता को ध्यान में रखते हुए इसके तीन वेरिएंट बनाए गए हैं. जिसकी मार्केट प्राइस 75 हजार से 1 लाख 25 हजार रुपए तक रहेगी.