जयपुर. कृषि अध्यादेश भले ही संसद के दोनों सदनों में पारित हो गए हो, लेकिन इसके बावजूद भी कांग्रेस इन कृषि से जुड़े तीनों बिलों को लेकर आर-पार की लड़ाई के मूड में है. 24 सितंबर से 10 अक्टूबर तक लगातार कांग्रेस इन बिलों के विरोध में धरना-प्रदर्शन, आंदोलन और किसान सम्मेलन करेगी.
कृषि बिलों के खिलाफ कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन राजस्थान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने बताया कि 24 सितंबर को राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी महासचिव अजय माकन समेत आला नेता जयपुर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पर इस बिल के विरोध में मीडिया को संबोधित करेंगे. 26 सितंबर को ऑनलाइन 'स्पीक अप फॉर फार्मर' अभियान सोशल मीडिया पर कांग्रेस पार्टी की ओर से चलाया जाएगा. 28 सितंबर को राजधानी जयपुर में विरोध प्रदर्शन होगा और राज्यपाल को ज्ञापन दिया जाएगा.
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डोटासरा ने बताया कि इस दौरान कांग्रेस पार्टी के नेता पैदल मार्च करेंगे और राजभवन जाकर राज्यपाल को ज्ञापन देंगे. वहीं, 2 अक्टूबर महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती को 'किसान-मजदूर बचाओ दिवस' के रूप में मनाया जाएगा. 2 अक्टूबर को ही सभी विधानसभा क्षेत्रों और जिला मुख्यालयों पर इन तीनों बिलों के खिलाफ प्रदर्शन किया जाएगा.
10 अक्टूबर को राजधानी जयपुर सहित जिला मुख्यालयों पर किसान सम्मेलन किया जाएगा, जिसमें किसानों को बताया जाएगा कि कैसे कांग्रेस पार्टी किसानों के पक्ष में खड़ी है और यह बिल किस तरीके से किसानों के खिलाफ है. इसी तरह से कांग्रेस पार्टी की ओर से 2 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा, जिसमें किसान, मजदूर, युवाओं के हस्ताक्षर करवाए जाएंगे. 14 नवंबर को किसानों के हस्ताक्षर की चिट्ठी राष्ट्रपति को सौंपी जाएगी.