जयपुर. राजस्थान में अभी चुनाव का दौर चल रहा है. पहले 6 नगर निगम के चुनाव हुए और इसके बाद 21 जिलों में पंचायत समिति और जिला परिषद सदस्यों की चुनाव प्रक्रिया जारी है. इसके साथ ही 12 जिलों के 50 निकायों में भी 23 नवंबर से नामांकन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. इसके लिए कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पार्टी अपनी तरफ से तैयारियों में जुटी हुई है.
निकाय चुनाव के लिए कांग्रेस ने नहीं लगाए अब तक पर्यवेक्षक कांग्रेस पार्टी की बात करें तो पार्टी की ओर से अभी तक निकाय चुनाव में प्रभारी पर्यवेक्षक नहीं नियुक्त किए गए हैं. जहां नगर निगम चुनाव में कांग्रेस पार्टी की ओर से टिकट वितरण और चुनाव प्रबंधन के लिए आईसीसी की ओर से पर्यवेक्षक लगाए गए थे, तो वहीं पंचायती राज चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी की ओर से सभी 21 जिलों में पर्यवेक्षक लगाए गए थे.
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निकाय चुनाव में अब तक कोई कमेटी के पर्यवेक्षक कांग्रेस पार्टी की ओर से नहीं बनाए गए हैं. ऐसे में कांग्रेस पार्टी के सिंबल कौन देगा, इस पर अभी संशय बना हुआ है. हालांकि, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा जल्द ही इसकी घोषणा करने की बात कहते नजर आते हैं.
पंचायत और निकाय चुनाव में कांग्रेस भूली घोषणा पत्र
राजस्थान में हुए नगर निगम चुनाव के लिए तो भाजपा की तरह कांग्रेस भी चुनाव घोषणा पत्र लेकर आई थी, लेकिन पंचायती राज और निकाय चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी की ओर से कोई घोषणा पत्र अब तक जारी नहीं किया गया है. गौरतलब है कि 12 जिलों की 50 निकायों में सदस्य के पदों के लिए 11 दिसंबर को मतदान होगा. इसके साथ ही अध्यक्ष पद के लिए 20 दिसंबर और उपाध्यक्ष पद के लिए 21 दिसंबर को चुनाव होना है.