जयपुर.50 लाख नए सदस्य बनाने का दावा कर चुकी राजस्थान कांग्रेस पार्टी को उस समय थोड़ी राहत मिली, जब अभियान में पिछड़ने के बाद कांग्रेस ने अभियान को 15 दिन के लिए बढ़ा दिया. अब कांग्रेस पार्टी का सदस्यता अभियान 31 मार्च से बढ़कर 15 अप्रैल तक कर दिया गया है. पार्टी के राजस्थान में 31 मार्च तक केवल साढ़े 5 लाख डिजिटल सदस्य ही बने हैं और अगर इसमें आठ लाख ऑफलाइन सदस्यों को भी जोड़ दिया जाए तो संख्या 13 लाख ही होती है. ऐसे में अब पार्टी नहीं चाहती कि सत्ताधारी दल होने के बावजूद सदस्य बनाने में वह पीछे रह जाए. ऐसे में विधायकों मंत्रियों और बड़े नेताओं के सदस्यता अभियान में किए गए बुरे प्रदर्शन के बाद कांग्रेस पार्टी को अपने ब्लॉक अध्यक्ष याद आ गए हैं.
सदस्यता अभियान में खराब प्रदर्शन के बाद कांग्रेस को आई ब्लॉक अध्यक्ष की याद, तीन अप्रैल को सीएम ने बुलाई मीटिंग - Rajasthan news
कांग्रेस के सदस्यता अभियान (Congress membership campaign) में राजस्थान के पिछड़ने के बाद अब ब्लॉक अध्यक्षों को जोड़ने के लिए संगठन अपनी सबसे निचली कड़ी ब्लॉक अध्यक्षों को एकजुट करने जा रही है. इसके लिए 3 अप्रैल को सीएम गहलोत ने मुख्यमंत्री आवास पर ब्लॉक अध्यक्षों की मीटिंग (CM Gehlot will took meeting with block presidents) बुलाई है. इस दौरान राजस्थान के चुनाव प्रभारी संजय निरूपम और प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा भी मौजूग रहेंगे.
मुख्यमंत्री ने 3 अप्रैल को बुलाई ब्लॉक अध्यक्षों की मीटिंग
राजस्थान में सदस्यता अभियान तेजी से आगे बढ़े इसके लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पार्टी के सभी 400 ब्लॉक अध्यक्षों को 3 अप्रैल को मुख्यमंत्री आवास में बैठक के लिए बुलाया है. इस बैठक में राजस्थान के चुनाव प्रभारी संजय निरूपम और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा भी मौजूद रहेंगे. इस दौरान कांग्रेस संगठन की सबसे निचली कड़ी निवर्तमान ब्लॉक अध्यक्षों को सदस्यता अभियान में तेजी लाने के लिए टिप्स दी जाएगी. इससे पहले सदस्यता अभियान को लेकर मंत्रियों, विधायकों, कांग्रेस पदाधिकारियों और जिला अध्यक्षों की जयपुर में बैठक हो चुकी है लेकिन अब बड़े नेता समझ चुके हैं कि ब्लॉक अध्यक्ष जब तक अभियान में सक्रिय नहीं होंगे कार्य सफल नहीं होगा. यही कारण है कि संगठन अब ब्लॉक अध्यक्षों को पार्टी सक्रिय करना चाहती है.
बेहतर प्रदर्शन करने वाले 100 नेताओं को भी बुलाया गया बैठक में
मुख्यमंत्री आवास पर होने वाली बैठक में सभी ब्लॉक अध्यक्षों को तो बुलाया ही गया है. इसके साथ ही 100 उन नेताओं को भी इस बैठक में बुलाया गया है जिन्होंने सदस्यता अभियान में सबसे बेहतर प्रदर्शन किया है, ताकि यह नेता ब्लॉक अध्यक्षों को बता सके कि वह कैसे ज्यादा से ज्यादा मेंबर बनाए। इसके साथ ही कांग्रेस पार्टी के लिए सबसे ज्यादा चुनौती नागौर, बांसवाड़ा और डूंगरपुर जिले बने हुए हैं जहां सदस्यता अभियान की रफ्तार सबसे सुस्त चल रही है ।ऐसे में अब ब्लॉक अध्यक्षों के सहारे कांग्रेस पार्टी चाहती है कि रोजाना करीब 1 लाख सदस्य बने ताकि वह अपने टारगेट के आसपास तक पहुंच सके.