जयपुर. पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्र की मोदी सरकार को घेरा है. सीएम गहलोत ने शनिवार को एक बाद एक कई ट्वीट करके निशाना साधा है. मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया कि पेट्रोल-डीजल की कीमतों से आमजन त्रस्त है. पिछले 11 दिनों से लगातार दाम बढ़ रहे हैं. यह मोदी सरकार की गलत आर्थिक नीतियों का नतीजा है.
सीएम गहलोत ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें फिलहाल यूपीए के समय से आधी हैं लेकिन पेट्रोल-डीजल की कीमतें अब तक के सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गई हैं. मोदी सरकार पेट्रोल पर 32.90 रुपये और डीजल पर 31.80 रुपये प्रति लीटर एक्साइज ड्यूटी लगाती है. जबकि 2014 में यूपीए सरकार के समय पेट्रोल पर सिर्फ 9.20 रुपये और डीजल पर महज 3.46 रुपये एक्साइज ड्यूटी थी.
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सीएम ने कहा कि मोदी सरकार को आमजन के हित में अविलंब एक्साइज ड्यूटी घटानी चाहिए. मोदी सरकार ने राज्यों के हिस्से वाली बेसिक एक्साइज ड्यूटी को लगातार घटाया है और अपना खजाना भरने के लिए केवल केंद्र के हिस्से वाली एडिशनल एक्साइज ड्यूटी और स्पेशल एक्साइज ड्यूटी को लगातार बढ़ाया है. इससे अपने आर्थिक संसाधन जुटाने के लिए राज्य सरकारों को वैट बढ़ाना पड़ रहा है.
उन्होंने कहा कि कोविड-19 के कारण राजस्थान की अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ा है और राज्य का राजस्व घटा है लेकिन आमजन को राहत देने के लिए गहलोत सरकार ने पिछले महीने ही वैट में 2 फीसदी की कटौती की है. मोदी सरकार ऐसी कोई राहत देने की बजाय पेट्रोल-डीजल की कीमतें रोज बढ़ा रही है. कुछ लोग अफवाह फैलाते हैं कि राजस्थान सरकार पेट्रोल पर सबसे अधिक टैक्स लगाती है. इसलिए यहां कीमतें ज्यादा हैं. भाजपा शासित मध्य प्रदेश में पेट्रोल पर राजस्थान से ज्यादा टैक्स लगता है. इसीलिए जयपुर में पेट्रोल की कीमत भोपाल से कम है.