जयपुर. राजस्थान के उदयपुर में हुए कन्हैयालाल हत्याकांड मामले (Udaipur murder case) में कानून व्यवस्था को लेकर अशोक गहलोत सरकार को घेरने वाली बीजेपी के हाथ ही झुलसने लगे हैं. इस मामले में मुख्य आरोपी रहे रियाज अंसारी की कुछ तस्वीरें बीते दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी. अब इन तस्वीरों के जरिए बीजेपी नेता विपक्ष के निशाने पर हैं, तो सोशल मीडिया पर भी लगातार ट्रोल किए जा रहे हैं. आरोप है कि उदयपुर हत्याकांड का सूत्रधार रहा रियाज भारतीय जनता पार्टी का सदस्य था.
आरोप है कि कई मर्तबा बीजेपी के उदयपुर से जुड़े नेताओं के साथ उसकी तस्वीर (BJP Udaipur Murder Connection) सार्वजनिक कार्यक्रमों में खींची गई थी. हालांकि इस मामले में खुद गुलाब चंद कटारिया और बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के जिला पदाधिकारी सफाई दे चुके हैं, पर विपक्ष लगातार उन तस्वीरों को लेकर भाजपा पर हमलावर है.
पढ़ें-Udaipur Tailor Murder Case : आरोपी रियाज के साथ कटारिया की फोटो पर रघुवीर मीणा का हमला, कहा- मंत्री सफाई नहीं इस्तीफा दें...
कटारिया और रविन्द्र श्रीमाली के साथ तस्वीर-उदयपुर हत्याकांड के आरोपी रियाज अंसारी की तस्वीरों में नेता प्रतिपक्ष और उदयपुर विधायक गुलाबचंद कटारिया नजर आते हैं तो कुछ जगहों पर भाजपा के जिलाध्यक्ष रविंद्र श्रीमाली कैद किए गए हैं. इसी तरह से बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के जिला पदाधिकारियों ने भी न सिर्फ पार्टी के कार्यक्रमों में, बल्कि कई और लम्हों को भी तस्वीरों में रियाज के साथ दर्ज किया था. यही वजह है कि अब कांग्रेस ने इस मामले में सीधे तौर पर भाजपा को निशाने पर लेते हुए या आरोप लगा दिया है कि उदयपुर के गुनाहगार रियाज का आतंकी कनेक्शन भले ही एनआईए की पड़ताल में सामने आए, पर बीजेपी में उसकी सदस्यता के सुबूत फिलहाल हर मोबाइल पर देखे जा रहे हैं.
पढ़ें- BJP Udaipur Murder Connection!: हमलावर रियाज की गुलाब कटारिया संग फोटो वायरल, कांग्रेस बोली देश जवाब मांगता है...भाजपा ने किया इनकार
मिस कॉल अभियान में बने थे बीजेपी के सदस्य- भारतीय जनता पार्टी ने मिस कॉल के जरिए अपनी सदस्यता अभियान को लेकर एक मुहिम छेड़ी थी. इस सदस्यता अभियान के जरिए देशभर में बड़े पैमाने पर भारतीय जनता पार्टी ने ये मेंबर्स बनाए थे. तब 8980808080 पर मिस कॉल करते ही भारतीय जनता पार्टी सदस्यता देने का दावा कर रही थी. इसी मुहिम के बाद बीजेपी ने खुद को दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी भी बताया था. लेकिन अब इस मुहिम पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. अगर दावों में कही गई बात सच होती है, तो फिर बीजेपी इस पर क्या एक्शन लेगी ? यह फिलहाल देखने वाली बात होगी. खबर यह भी है कि भाजपा ने अपने सर पर इस मसले की जांच भी शुरू कर दी है.