जयपुर.राजस्थान विधानसभा में सोमवार को भाजपा विधायक अनिता भदेल ने प्रयोगशालाओं में लंबित सैंपलों को लेकर सवाल उठाया. सवाल का जवाब देते हुए मंत्री रघु शर्मा ने कहा, कि अभी प्रदेश में जयपुर में ही एक औषधि परीक्षण प्रयोगशाला संचालित है, जहां अभी 7 हजार 461 सैंपल जांच के लिए लंबित हैं.
प्रयोगशालाओं में लंबित सैंपलों का मामला चिकित्सा एवं स्वास्थय मंत्री ने कहा, कि औषधियों के निर्माण के लिए लाईसेंस संबंधित निर्माता को औषधि के निर्माण औक उसके विश्लेषण की सुविधाओं की उपलब्धता के बाद ही जारी किए जाते हैं. उन्होंने कहा, कि बाजार में औषधियां उपलब्ध होने से पूर्व उनकी गुणवत्ता की जांच औषधि के निर्माता की ओर से स्वयं की प्रयोगशाला में करवाई जाती है.
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साथ ही जिन औषधियों के जांच की सुविधा औषधि निर्माता के यहां उपलब्ध नहीं होती, उनकी जांच औषधि निर्माताओं की ओर से औषधि नियंत्रक या औषधि महानियंत्रक भारत सरकार की ओर से अनुमोदित बाहर की प्रयोगशालाओं से औषधि के बाजार में रिलील्ड करने से पूर्व करवाई जाती है. जांच में औषधि के मानक सही होने पर ही इन औषधियों का विक्रय बाजार में किया जाता है.
चिकत्सा मंत्री रघु शर्मा ने दिया जवाब रघु शर्मा ने कहा, कि जोधपुर, बीकानेर और उदयपुर में निर्मित औषधि परीक्षण प्रयोगशालाओं को शीघ्र ही क्रियाशील करवाकर प्रदेश में औषधियों के सैंपलों की जांच निर्धारित समय सीमा में करवाए जाने के प्रयास किए जाएंगे. प्रदेश में पिछले 2 वर्षों में औषधियों के कुल 8 हजार 379 नमूने जांच करने हेतु लिए गए.
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मंत्री ने कहा, कि प्रदेश में पिछले 2 सालों में औषधियों के लिए गए नमूनों में से 161 नमूने तय मानकों से भिन्न पाए गए. नकली और मिलावटी दवाओं के निर्माण, बिक्री और वितरण के कुल 76 प्रकरण दर्ज हुए हैं, जिन पर कार्रवाई की गई है.