जयपुर.राजस्थान में 10 जून को राज्यसभा चुनाव का मतदान होना है. राज्य की 4 राज्यसभा सीटों पर 5 प्रत्याशी मैदान में हैं. ऐसे में मुकाबला भी कांटे का हो गया है. इसी बीच 6 बसपा विधायकों का कांग्रेस पार्टी में विलय का मामला फिर सुर्खियों में आ गया है.
बसपा की राज्यपाल और स्पीकर से अपील-असंवैधानिक रूप से कांग्रेस में विलय करने वाले हमारे 6 विधायकों को रोकें मतदान से - Appeal to not allow BSP MLAs to vote
राजस्थान में राज्यसभा चुनाव के लिए 10 जून को मतदान होना है. इससे पहले ही बसपा ने राज्यपाल और विधानसभा स्पीकर को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि उनके 6 विधायक जो असंवैधानिक रूप से कांग्रेस में विलय हो गए थे, उन्हें मतदान में हिस्सा लेने से रोका (Appeal to not allow BSP MLAs to vote) जाए. पत्र में कहा गया है कि बसपा से कांग्रेस में विलय होने का विवाद सुप्रीम कोर्ट में है और इस पर जल्द फैसला आने वाला है. बसपा ने इस चुनाव में किसी दल या निर्दलीय को समर्थन नहीं देने का फैसला किया हुआ है.
दरअसल बहुजन समाज पार्टी के राजस्थान अध्यक्ष भगवान सिंह बाबा ने राज्यपाल कलराज मिश्र और विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी को पत्र लिखकर बसपा के 6 विधायकों का कांग्रेस में विलय असंवैधानिक बताते हुए इन विधायकों के मतदान प्रक्रिया में शामिल होने से रोक लगाने की मांग की (BSP appeals to Governor and Speaker) है. बाबा ने अपने पत्र में लिखा है कि बहुजन समाज पार्टी के सिंबल पर 2018 विधानसभा चुनाव में 6 विधायक चुनाव जीत कर आए थे. जिनका असंवैधानिक तरीके से कांग्रेस पार्टी में विलय करवा दिया गया. इन 6 विधायकों में राजेंद्र गुढ़ा, लाखन मीणा, दीपचंद खेरिया, संदीप यादव, जोगिंदर अवाना और वाजिब अली शामिल हैं. इन सभी विधायकों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में दलबदल विरोधी कानून के तहत मामला चल रहा है, जिसका शीघ्र फैसला होने वाला है. ऐसे में इन 6 विधायकों को राज्यसभा चुनाव में वोट डालने से रोका (Appeal to not allow BSP MLAs to vote) जाए, क्योंकि बसपा ने यह निर्णय लिया है कि राज्यसभा चुनाव में वह किसी दल या निर्दलीय का समर्थन नहीं करेगी.
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