जयपुर. राजस्थान में करीब एक महीने से ज्यादा चली सियासी घमासान के बीच सब कुछ सुलह हो जाने के बाद से ही कयास लगाया जा रहा था कि राजस्थान कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे पर गाज गिर सकती है. बता दें कि इस घमासान के बीच सचिन पायलट और उनके समर्थित विधायकों ने दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और पूर्व कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की थी.
इस मुलाकात के बाद से ही कयास लगाए जा रहे थे कि अविनाश पांडे को राजस्थान कांग्रेस प्रभारी के पद से हटाया जा सकता है. पार्टी ने अविनाश पांडेय की जगह अजय माकन को तत्काल प्रभाव से प्रभारी महासचिव नियुक्त कर दिया है. माना जा रहा है कि यह फैसला सचिन पायलट के उन मुद्दों को देखते हुए लिया गया है जो उन्होंने पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी से मुलाकात के दौरान उठाए थे. इस दौरान उन्होंने पायलट की शिकायतें निपटाने का आश्वासन दिया था.
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कौन हैं अजय माकन....
अजय माकन एक भारतीय राजनेता हैं. वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सदस्य हैं. अजय माकन संसद के दो बार सदस्य और दिल्ली के विधानसभा के तीन बार सदस्य रहे हैं. वो आवास और शहरी गरीबी उन्मूलन के लिए केंद्रीय कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं. इनका जन्म 12 जनवरी, 1964 को दिल्ली में हुआ था. अजय माकन की स्कूली शिक्षा दिल्ली की सेंट जेवियर्स स्कूल से हुई है. उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से रसायन विज्ञान (ऑनर्स) में स्नातक किया है.
विवाद सुलझाने को तीन सदस्यीय समिति का गठन
राजस्थान विधानसभा में गहलोत सरकार की ओर से विश्वास मत हासिल करने के बाद अखिल भारतीय कांग्रेस ने पायलट कैंप से हुई चर्चा के मुताबिक विवादों को सुलझाने के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन कर दिया है. इस कमेटी में अहमद पटेल, केसी वेणुगोपाल और अजय माकन को सदस्य बनाया गया है. इस कमेटी का नेतृत्व अहमद पटेल करेंगे. यह जानकारी संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने आदेश जारी कर दिए. ये तीन सदस्दीय समित सचिन पायलट और उनके समर्थित विधायकों की शिकायतों का हल करेगी और पायलट व उनके समर्थक विधायकों की मांगों पर हाईकमान को रिपोर्ट देगी.
गहलोत और पायलट के बीच के विवाद को सुलझाते हुए संगठन के साथ ही सरकार को मजबूत करने के उद्देश्य से बनी इस कमेटी की रिपोर्ट पर आगे के सियासी दांव छिपे हुए हैं. आपको बता दें कि हाल में सचिन पायलट समेत उनके कैंप के सभी विधायकों ने दिल्ली में राहुल गांधी के बाद प्रियंका गांधी से मुलाकात की थी. इस दौरान कैंप के विधायकों ने अपनी समस्याओं को रखने के साथ ही गहलोत गुट के कई निर्णयों पर आपत्ति जताई थी. इसके बाद संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल ने तीन सदस्यीय कमेटी बनाकर मामले की जांच करते हुए सभी मुद्दों को सुलझाने की बात कही थी. इसी वादे को पूरा करते हुए कमेटी के आदेश जारी किए गए हैं.