जयपुर. पोस्ट में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने सबका आभार जताया (BJP state President Emotional tweet). फिर लंबी से पोस्ट चस्पा की. इसमें उन्होंने अपनी महत्वाकांक्षा और फ्यूचर प्लानिंग का संकेत दिया. लिखा कि जैसा प्रचारित किया जाता है वैसी मेरी मंशा नहीं और महत्वाकांक्षा भी नहीं. हां, ये मंशा जरूर है कि अध्यक्ष का दायित्व निर्माण करने में इस प्रकार निरत रहूं कि राजस्थान में पार्टी दो तिहाई बहुमत का आंकड़ा हासिल करे.
देर रात पूनिया ने (Satish Poonia as BJP state President) संगठन में बिताए 35 साल के अच्छे बुरे सभी पलों को पोस्ट के जरिए साझा किया. तीन पन्नों की खुली चिट्ठी में छात्र जीवन से लेकर प्रदेशाध्यक्ष के संघर्ष, उपलब्धियों को शब्दों में पिरोने की कोशिश की. हरिवंश राय बच्चन की कविता के जरिए अपने बीते हुए दिनों को समेटने का प्रयास भी किया. अंत में लिखा राजनीति और राजनीति की बातें 'हरि अनंत हरि कथा अनंता' है. पूनिया की ये पोस्ट भाजपा के सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बन चुकी है.
उप चुनाव में हार को बताया निराशाजनक:पूनिया ने उप चुनावों में भाजपा की हार को निराश करने वाला बताया. माना कि उस वक्त कुछ रणनीतिक कमजोरी रह गई थी. लेकिन उसे फिर पंचायत इलेक्शन में अच्छे प्रदर्शन के बल पर पूरा करने का दम भी भरा. उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का आभार जताया.
आपको बता दें कि सतीश पूनिया का मनोनयन 3 साल पहले 14 सितंबर 2019 को किया गया था. जून 2019 में तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष मदन लाल सैनी के आकस्मिक निधन के बाद पूनिया को ये जिम्मेदारी मिली थी सैनी के निधन के करीब ढाई महीने बाद उनकी नियुक्ति हुई थी. वही प्रदेशाध्यक्ष पद पर उनका निर्वाचन दिसंबर 2019 को हुआ था.
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