जयपुर.विधायकों की खरीद-फरोख्त प्रकरण में एसओजी की ओर से शनिवार को 2 लोगों की गिरफ्तारी की गई. जिसके बाद एडीजी- एटीएस/एसओजी अशोक कुमार राठौड़ द्वारा एक प्रेस वार्ता की. जिसमें उन्होंने बताया कि विधायकों की खरीद-फरोख्त को लेकर सरकार के मुख्य सचेतक महेश जोशी द्वारा परिवाद दायर किया गया था. उसकी जांच अलग से की जा रही है और 10 जुलाई को जो एफआईआर एसओजी द्वारा दर्ज की गई है, उसकी जांच भी अलग से की जा रही है. मुख्य सचेतक महेश जोशी द्वारा दायर किए गए परिवाद के आधार पर एफआईआर अब तक दर्ज नहीं की गई है.
एडीजी अशोक राठौड़ ने बताया कि एसओजी ने सूत्रों के आधार पर विधायकों की खरीद-फरोख्त प्रकरण में एफआईआर दर्ज की है. एसओजी को उनके मुखबिर से मिली सूचना पर दो मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर लिया गया. उस दौरान विधायकों की खरीद-फरोख्त और सरकार को अस्थिर करने के संबंध में अनेक साक्ष्य निकल कर सामने आए. जिनके आधार पर अजमेर के ब्यावर और उदयपुर से दो व्यापारियों को गिरफ्तार किया गया है.
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बताया जा रहा है कि गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों का कोई भी क्रिमिनल बैकग्राउंड नहीं है. ऊपर से अब तक किसी भी राजनीतिक पार्टी से उनके संबंध के बारे में कोई पुख्ता जानकारी भी नहीं मिली है. वहीं, गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपी माइनिंग व्यवसाय से जुड़े हुए बताए जा रहे हैं.