बीकानेर. बीकानेर नगर निगम की नंदी गौशाला में मंगलवार को शीतलहर की वजह से 4 और गौवंश ने दम तोड़ दिया. यहां एक महीने में अबतक 80 गौवंश की मौत हो चुकी है.
नगरनिगम की गौशाला का बुरा हाल बता दें, कि नगर निगम की गौशाला में गायों की मौत को लेकर सबसे पहले ईटीवी भारत ने खुलासा किया था. उसके बाद लगातार जिला कलेक्टर महापौर और नगर निगम आयुक्त ने गौशाला के दौरा किए. इसके बाद भी स्थिति नहीं सुधरी और हालात जस के तस हैं. लगातार गौशाला की स्थिति को सुधारने के लिए नगर निगम के पार्षद विरोध प्रदर्शन करते हुए नजर आते हैं. इसी बीच मंगलवार को नगर निगम के उपायुक्त रणजीत कुमार ने गौशाला का दौरा किया और उस दौरे के दौरान पूरी व्यवस्था की पोल खुल गई.
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उपायुक्त ने कर्मचारियों को लगाई फटकार
उपायुक्त रंजीत कुमार ने लिखा है, कि गौशाला के निरीक्षण के दौरान वहां पशु चिकित्सक मौजूद नहीं थे और उनके पहुंचने के करीब एक घंटे बाद वे मौके पर पहुंचे, साथ ही गंभीर स्थिति में पशुओं के इलाज के लिए किसी भी तरह की कोई उपाधि की व्यवस्था नहीं है. जिसके बाद उन्होंने वहां मौजूद कर्मचारियों को फटकार लगाई.
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बता दें, कि गौशाला में गंभीर हालत में दम तोड़ने वाले पशुओं के लिए कोई भी अलग रजिस्टर नहीं बनाया गया है, जिससे ये पता चल सके, कि कुल कितने पशुओं की मौत हुई है. कुल मिलाकर सरकार की ओर से वित्तीय सहायता से संचालित इस गौशाला की पूरी तरह से कलई खुल कर रह गई है.