भीलवाड़ा.जिला मुख्यालय पर आज जिला परिषद की ओर से पांच दिवसीय जनप्रतिनिधियों के आमुखीकरण की कार्यशाला की समाप्ति हुई. इस दौरान एक कर्मचारी जिले के कुछ निरक्षर सरपंच होने का दबी जुबान से दर्द छलक पड़ा है. उन्होंने कहा कि अगर निरीक्षक होंगे तो कैसे धरातल पर सरकार की महत्वपूर्ण योजना क्रियान्वित होगी. भीलवाड़ा में आयोजित 5 दिवसीय राजस्थान पंचायती राज आमुखीकरण कार्याशाला का समापन हो गया है.
इसमें जिला परिषद सीईओ रामचन्द्र बैरवा के साथ कई अधिकारी उपस्थित रहे. इस दौरान कर्मचारियों का निरक्षर जनप्रतिनिधियों के प्रति दर्द भी छलक पड़ा. प्रशिक्षण के दौरान एक कर्मचारी ने कहा कि पंचायती राज में जनप्रतिनिधी के निरक्षर होने पर हम काफी समस्याऐं होती हैं. उन्हें ये भी पता नहीं रहता कि क्या लिखना है या कहां पर साइन करना है. हम चाहते है कि जनप्रतिनिधी 8 पास तो होना ही चाहिए.