भीलवाड़ा.जिले में रबी की फसल की बुवाई जोरों पर चल रही है. किसान अपने खलियानों को तैयार कर रबी की फसल की बुवाई के लिए नहरों के जरिए सिंचाई कर रहे हैं. जिले के आसींद विधानसभा क्षेत्र में स्थित खारी बांध में इस बार 10 साल बाद बांध में पानी आने से नहर के जरिए पानी छोड़ा जा रहा है, जिससे किसानों के चेहरे पर खुशी देखने को मिल रही है.
भीलवाड़ा जिले में इस बार सभी बांधों और तालाबों में मानसून की मेहरबानी अच्छी रहने से पर्याप्त मात्रा में पानी आया है. जिससे यह पानी रबी की फसल की बुवाई के लिए नहरों के जरिए छोड़ा जा रहा है. किसान रबी की फसल की बुवाई में जुट गए हैं. रबी की फसल के रूप में गेहूं ,जौ, चना, तारामीरा और सरसों की बुवाई कर रहे हैं.
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जिले के सबसे बड़े बांध आसींद विधानसभा क्षेत्र में स्थित खारी बांध में 10 साल बाद नहर छोड़ने से किसानों के खलियान में पानी पहुंच रहा है. जिससे किसानों के चेहरे पर खुशी देखने को मिल रही है. ईटीवी भारत में भीलवाड़ा जिले के आसींद विधानसभा क्षेत्र के खारी बांध की मुख्य नहर पर पहुंचकर धरातल की किसानों की खुशी की स्थिति का जायजा लिया. जहां किसानों ने ईटीवी भारत पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि 10 साल बाद हमारे क्षेत्र के इस बांध में पानी आया है, जिससे इस बार हमारे खलियान में रबी की फसल की अच्छी उपज होने की उम्मीद है.
भीलवाड़ा कृषि विभाग के उपनिदेशक रामपाल खटीक ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि जिले में रबी की फसल की बुवाई शुरू हो गई है. 45 हजार हेक्टेयर भूमि में चने की फसल की बुवाई हो चुकी है. वहीं 1 लाख 31हजार हेक्टेयर भूमि में गेहूं और जौ की फसल की बुवाई का लक्ष्य रखा है, जो पूरा कर लिया जाएगा.