भीलवाड़ा.जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ स्वच्छता को लेकर अनूठी पहल की शुरुआत करने जा रही है. जिले में दुध वितरण केंद्रों पर प्लास्टिक की थैली में दुध और छाछ वितरण के बाद उस खाली प्लास्टिक की थैली को भी भीलवाड़ा डेयरी वापस खरीदेगी.
बेकार प्लास्टिक की थैलियों को फिर खरीदेगी डेरी भीलवाड़ा जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ अब स्वच्छ भारत मिशन में साथ देने जा रहा है. संघ की ओर से जिले में स्थापित दुग्ध वितरण केंद्र पर दूध और छाछ के पाउच बेचे जाते हैं. उस खाली पाउच को वापिस दूध विक्रय केंद्र पर ही उचित मूल्य की दर पर खरीदे जाएंगे. इससे जिले में प्लास्टिक से मुक्ति मिल सकेगी और स्वच्छता रहेगी. डेयरी के एमडी एलके जैन ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि उन्होंने प्लास्टिक से मुक्ति के लिए टेंडर स्लॉट कर दिया है. इस माह के अंत तक टेंडर खुल जाएगा. जिसमें उन्होंने ऐसी एजेंसी हायर की है. जो पूरे शहर में प्लास्टिक वेस्ट को इकट्ठा करके दाने में कन्वर्ट कर सके.
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उन्होंने कहा कि संघ जिले में दूध वितरण केंद्रों पर छाछ और दूध के पाउच बेचता है. बेचने के बाद उस खाली पाउच को 15 से 16 रुपए प्रति किलो के भाव से खरीदे जाएंगे. टेंडर प्रक्रिया में भले ही देरी हो सकती है. लेकिन डेयरी के स्तर से 2 अक्टूबर महात्मा गांधी की जयंती के दिन से हमारे लेवल पर शुरूआत कर देंगे.
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वहीं पीएम नरेंद्र मोदी के 2 अक्टूबर से प्लास्टिक बंद के आह्वान के सवाल पर डेयरी के एमडी एलके जैन ने कहा कि यहां 50 माइक्रोन से ज्यादा दुग्ध और छाछ के पाउच में प्लास्टिक होता है, जिसका रिसाइकल किया जा सकता है. इस पर बैन नहीं है. उन्होंने आगे बताया कि इस पर प्रदूषण विभाग की गाइडलाइन है. जो प्लास्टिक उत्पादन बेच रहा है. उसे वापस कलेक्ट करके अपने स्तर पर दाना बनाना होगा. इसीलिए वे डेयरी में इसकी शुरूआत कर रहे हैं और उनके स्तर पर वापस प्लास्टिक खरीदेंगे.