भरतपुर.प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे रविवार को अपनी दो दिवसीय देव दर्शन यात्रा के तहत डीग क्षेत्र के पूंछरी पहुंचीं. वसुंधरा राजे की देव दर्शन यात्रा को लेकर प्रदेशभर में सियासी चर्चाएं हो रही हैं. देखिये ये रिपोर्ट...
वसुंधरा राजे की धार्मिक यात्रा के मायने वसुंधरा राजे की देव दर्शन यात्रा पर राजनीतिक यात्रा होने आरोप लग रहे हैं. ये चर्चाएं उस समय सही साबित हो गईं जब पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने देव दर्शन यात्रा के मंच से खुद सियासी बातें कीं. वसुंधरा राजे ने न केवल खुले मंच से विपक्ष पर निशाना साधा. बल्कि प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए कृष्ण जन्मभूमि की जनता से समर्थन भी मांगा.
वसुंधरा की देव दर्शन यात्रा राजमाता सिंधिया ने कमल खिलाने के काम किया...
वसुंधरा राजे ने अपनी माता राजमाता विजयाराजे सिंधिया का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने दीपक जलाने और कमल खिलाने का काम किया था. उन्होंने न तो दीपक की लौ को कम होने दिया और ना ही बुझने दिया. इतना ही नहीं उन्होंने इस सभी के साथ मिलकर कमल को कभी मुरझाने नहीं दिया. उनकी रग-रग में भारतीय जनता पार्टी और रोम रोम में राष्ट्रवाद भरा हुआ था. वसुंधरा राजे ने राजमाता सिंधिया का जिक्र करते हुए कहा कि मैं उन्हीं की बेटी हूं यह बात आप याद रखिए.
दिया था 200 करोड़ रूपया...
वसुंधरा राजे ने कहा कि इस क्षेत्र में उनकी गहरी आस्था है. इसीलिए उन्होंने अपने कार्यकाल में कृष्ण जन्म भूमि के विकास और जन जन की आस्था चौरासी कोसीय परिक्रमा मार्ग के विकास के लिए 200 करोड़ रूपया दिया था. इसके तहत परिक्रमा मार्ग का विकास हुआ बड़े बड़े भव्य दरवाजे बने, रोड और ब्रिज भी बने.
गहलोत सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए जनता से मांगा समर्थन विपक्ष पर साधा निशाना
वसुंधरा राजे ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि जब हमारी सरकार चली गई और दूसरी सरकार आई तो पूरे क्षेत्र में विकास थम गया. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार के कार्यकाल में कामां के विमल कुंड को ठीक करने के लिए पैसा दिया. गुड़गांव कैनाल के लिए 12 करोड़ दिए, कामां के दंगल के स्टेडियम के लिए पैसा, साथ ही 13 जिलों के लिए ईस्टर्न राजस्थान कैनल योजना तैयार की.
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इस योजना के लिए 1600 करोड रुपए देकर कोटा में बैराज का काम शुरू भी कर दिया. लेकिन वर्तमान राज्य सरकार ने इस पूरे कार्य को ठप कर दिया है. उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि एक राजा का राज धर्म क्षेत्र का विकास करना होता है. लेकिन वर्तमान राज्य सरकार ने ना केवल जीवनदायिनी योजना ईस्टर्न कैनाल का कार्य को ठप कर दिया बल्कि और भी विकास कार्य रोक दिए.
राजमाता सिंधिया ने कमल खिलाने के काम किया... गहलोत सरकार को उखाड़ फेंकें...
उन्होंने सभी लोगों से अपील करते हुए कहा कि दो भागों में बंटी विपक्ष की सरकार यानी कि अशोक गहलोत की सरकार को हम सभी लोग मिलकर उखाड़ फेंकने का काम करें. रुके हुए प्रदेश के विकास कार्यों को हम सब लोग मिलकर फिर से जमीन से जुड़कर शुरू कर सकें. वसुंधरा राजे ने समर्थन के रूप में मौजूद हजारों की भीड़ से गिर्राज महाराज के जयकारे लगवाए.
भगवान की पूजा से करती हूं शुभ कार्य का आरंभ... धर्म नगरी की जनता ही मेरी शक्ति...
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अपनी माता विजयाराजे सिंधिया का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी माता कहती थीं कि कोई भी तीर्थ यात्रा अपने नजदीकी रिश्तेदारों और परिजनों के साथ शुरू की जाती है. तभी वह पूरी मानी जाती है. ऐसे में आज की यह देव दर्शन यात्रा आप सभी लोगों के साथ शुरू होगी और आप सभी लोग ही मेरे परिजन हैं. उन्होंने कहा कि यह धर्म नगरी कहलाती है और आप सभी लोग ही मेरी शक्ति हैं. आप साथ हैं तो मुझे पूरा विश्वास है कि मेरा तीर्थ सफल रहेगा.
राम मंदिर के लिए प्रधानमंत्री मोदी का आभार...
वसुंधरा राजे ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का रास्ता प्रशस्त किया, उसके लिए दिल से धन्यवाद. वसुंधरा ने मंच से राम मंदिर निर्माण के लिए बार-बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद ज्ञापित किया.
गहलोत सरकार को उखाड़ फेंकें... कृष्ण जन्मभूमि के पत्थर से राम मंदिर का निर्माण...
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया ने कहा कि यह बहुत बड़ा सुखद संयोग है कि ब्रजभूमि कृष्ण जन्मभूमि है और यहां से निकलने वाले पत्थर से अयोध्या में श्री राम के मंदिर का निर्माण होगा. उन्होंने कहा कि यह कृष्ण भूमि के क्षेत्रवासियों के लिए बहुत गौरव और खुशी की बात है.
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लोगों का जताया आभार
डीग क्षेत्र के पूंछरी में हैलीकॉप्टर से लैंड होने का बाद पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि मेरे जन्म दिवस पर प्रदेशवासियों के इस अपार स्नेह और आशीर्वाद का हृदय से आभार. उन्होंने कहा कि अलग-अलग जिलों से और दूरदराज से सफर करके मेरे जन्म दिवस पर आने वाले सभी लोगों का बहुत बहुत धन्यवाद.
भगवान का आशीर्वाद जरूरी...
वसुंधरा राजे ने कहा कि पूरा राजस्थान मेरा परिवार है लेकिन धौलपुर और भरतपुर से मेरा विशेष लगाव है. उन्होंने कहा कि लोग मजाक करते थे कि ये जो भी कम करती है भगवान का आशीर्वाद लेकर करती है. लेकिन हर काम को करने के लिए भगवान का आशीर्वाद बहुत जरूरी है. जन्मदिन हो या कोई भी कार्यक्रम हो उसमें भगवान का नाम लेना चाहिए और उसमें परिवार भी जुड़ना चाहिए.
पूंछरी में कार्यकर्ताओं से मुखातिब होने के बाद वसुंधरा राजे ने श्रीनाथजी मंदिर और मथुरा जिले के गोवर्धन में दानघाटी में पूजा की. इसके बाद पोलो गाड़ी में बैठकर गोवर्धन परिक्रमा लगाई. परिक्रमा से लौटकर एक स्थित लक्ष्मण जी मंदिर में जाकर दर्शन किए और उसके बाद क्षेत्र के आदि बद्री धाम पहुंच गई.
यहां वसुंधरा राजे रात्रि विश्राम करेंगे और उसी दौरान आदि बद्री धाम में रासलीला का भी आयोजन किया जाएगा. सोमवार को 8 मार्च को अपने जन्म दिवस के अवसर पर आदि बद्री धाम में ही दिन का शुभारंभ मंगल आरती से करेंगी. सोमवार दोपहर 12:30 बजे वसुंधरा केदारनाथ मंदिर जाएंगी और पूजा दर्शन एवं भोजन के बाद दोपहर 3:30 बजे हेलीकॉप्टर से धौलपुर रवाना हो जाएंगी.