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भरतपुर : बरसात के कारण हरे धनिये की फसल चौपट, आसमान छू रही कीमत

भरतपुर में हुई लगातार बरसात के कारण हरे धनिये की फसल नष्ट हो गई. इसलिए अब यहां जिले की सब्जी मंडियों में हरा धनिया अन्य राज्यों से मंगवाया जा रहा है. जिसकी कीमत आसमान छू रही है. इसके साथ ही 400 रुपये प्रति किलो की कीमत से हरा धनिया खरीदने की हिम्मत लोगों में नहीं है.

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हरा धनिया हुआ महंगा

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Published : Sep 4, 2020, 5:36 PM IST

भरतपुर. जिले में विगत दिनों हुई लगातार बरसात से किसानों की हरे धनिये की खेती चौपट हो गई है. जिससे हरे धनिये की खरीददारी अब सब्जी मंडियों में बाहर के राज्यों से करनी पड़ रही है. जिसके कारण शुक्रवार को हरे धनिये की कीमत 400 रुपये प्रति किलो तक पहुंच चुकी है. कीमत बढ़ने के बाद धनिया खरीदने में आमजन असमर्थ है. वहीं बिक्री कम होने से सब्जी मंडियों के विक्रेता भी हरे धनिये को अन्य राज्यों से बेहद कम मात्रा में ही मांगा पा रहे है.

हरे धनिये की कीमत 400 रुपये प्रति किलो तक पहुंची

सब्जी वाले ने बताया कि अब तक हरे धनिये की कीमत ना के बराबर होती थी और लोग जब सब्जियां खरीदते थे तो सब्जी विक्रेता सब्जियों के साथ हरा धनिया एक तरह से मुफ्त में ही दे देते थे. लेकिन जिस तरह से हरे धनिये की कीमत 400 रुपये प्रति किलो तक पहुंच चुकी है तो लोग इस कीमत में हरा धनिया खरीदने में हिचकिचा रहे हैं.

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सब्जी विक्रेताओं के अनुसार अब तक हरे धनिये की कीमत ना के बराबर होती थी और लोग जब सब्जियां खरीदते थे तो सब्जी विक्रेता सब्जियों के साथ हरा धनिया एक तरह से मुफ्त में ही दे देते थे. लेकिन अब मंडियों में अन्य राज्यों से हरा धनिया मंगवाया जा रहा है. जिसकी कीमत 300 रुपये से लेकर 400 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई है.

गौरतलब है कि जिले में हुई लगातार बरसात के कारण हरे धनिये की फसल नष्ट हो गई. इसलिए अब यहां जिले की सब्जी मंडियों में हरा धनिया अन्य राज्यों से मंगवाया जा रहा है. जिसकी कीमत आसमान छू रही है. इसके साथ ही 400 रुपये प्रति किलो की कीमत से हरा धनिया खरीदने की हिम्मत लोगों में नहीं है. इसलिए बगैर हरे धनिये के ही लोग सब्जियां बनाने को मजबूर है. वहीं अब रसोई से हरा धनिया लुप्त हो गया है.

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