भरतपुर. जिले के भुसावर इलाके में खासकर बाण गंगा नदी जो मौसमी है, वह करीब 20 वर्षों से सूखी पड़ी है, लेकिन विगत कई दिनों से हो रही लगातार बरसात के चलते इन सूखे बांध, नहर और नालों में पानी की आवक देख स्थानीय लोग खासकर किसान बेहद खुश है. वहीं, पानी की आवक से जल स्तर भी बढ़ेगा, जिससे आगामी रवि फसल की सिंचाई के लिए किसानों को उदास नहीं रहना पड़ेगा.
रेतीले नालों और नदी में पहली बार पानी की आवक इस इलाके में जहां सिर्फ मिट्टी के टीले हैं, वहां किसानों के लिए पानी की कमी हमेशा एक समस्या बनी रहती है और फसलों की सिंचाई के लिए भी मशक्कत उठानी पड़ती है. साथ ही यहां के किसानों ने पानी की आवक की उम्मीद तो बिल्कुल ही खत्म कर दी थी. जिस तरह से लगातार हो रही बरसात के चलते यहां रविवार को पानी आया. वह किसानों के लिए एक अच्छा सन्देश लेकर आया है.
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जिले में नदी नहरों से पानी का स्रोत्र नहीं होने से यहां के किसान हमेशा सिंचाई के लिए चिंतित रहते है और फसलों की सिंचाई के लिए सिर्फ ट्यूबवेल ही एकमात्र जरिया है. मगर जलस्तर नीचे जाने के कारण उस स्रोत्र से भी सिंचाई की उम्मीद खत्म हो गयी थी, लेकिन अब बरसात के चलते आगामी समय किसानों के लिए किसी वरदान से कम साबित नहीं होगा.
पानी की मांग के लिए हालांकि यहां के किसान लम्बे समय से आंदोलन करते रहे हैं, लेकिन उनकी यह मांग कभी पूरी नहीं हो सकी. किसान हरियाणा में गुड़गांव कैनाल से यमुना जल की मांग कर रहे है. जिसके लिए किसानों ने समय-समय पर आंदोलन भी किए हैं.