भरतपुर.जिले के थाना प्रभारी से अवैध वसूली करने वाले भरतपुर रेंज के डीआईजी लक्ष्मण गौड़ के रिश्तेदार की गिरफ्तारी के बाद सोमवार को एसीबी के एडीजी दिनेश एमएन भरतपुर पहुंचे. इस दौरान पुलिस अन्वेषण भवन में जिले के करीब 10 थानाधिकारियों से भी पूछताछ की गई. इसके अलावा जिला पुलिस अधीक्षक और एडिशनल एसपी सुरेश खिंची भी अन्वेषण भवन में मौजूद रहे. एसीबी के एडिशनल एसपी पृथ्वीराज मीणा भी 3 दिनों से भरतपुर में ही रुके हुए हैं, जिन्होंने इस मामले में संबंधित सभी रिकॉर्ड को जब्त कर लिया है.
बता दें कि एसीबी चीफ दिनेश एमएन मामले में थानाधिकारियों से पूछताछ कर रहे हैं. उन्होंने रविवार को करौली और धौलपुर में भी थानाधिकारियों से पूछताछ की थी. फिलहाल पूछताछ में क्या कुछ हुआ, इसका खुलासा नहीं किया गया है. इस दौरान सामने आया है कि दलाल प्रमोद की ओर से थानाधिकारी को फोन किया जाता था. इसके अलावा अगर मोबाइल से बात की जाती थी तो वह व्हाट्सएप से कॉल किया करता था और उसके तुरंत बाद नंबर को डिलीट कर देता था.
वहीं, पुलिस अधिकारी डीआईजी के रिश्तेदार की ओर से थाना प्रभारियों से ली गयी रिश्वत के मामले में चिकित्सा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने कहा, राजस्थान की कांग्रेस सरकार भ्रष्टाचार को कभी बर्दास्त नहीं करेगी. उन्होंने कहा कि आज पुलिस के बड़े अधिकारी पर रिश्वत लेने और उसके दलाल की गिरफ्तारी के मामले की जांच जारी है.