अलवर.जिले में लगातार कोरोना वायरस का ग्राफ बढ़ रहा है. आए दिन नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिल रहे हैं, जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या करीब 1700 के आसपास पहुंच चुकी हैं. आगामी दिनों में पॉजिटिव मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ने की उम्मीद है. उसके बाद भी प्रशासन की तरफ से तमाम तरह के दावे किए जा रहे हैं. लेकिन यह सभी दावे Etv Bharat की पड़ताल में गलत साबित हुए.
प्रशासन के दावे
अलवर प्रशासन की तरफ से कोरोना जांच के संबंध में बड़े-बड़े दावे किए जा रहे थे. लेकिन Etv Bharat टीम की पड़ताल में प्रशासन और सरकार के सभी दावे धराशाई नजर आए. आपको बता दें कि अलवर में कोरोना की जांच कराना किसी बड़ी परेशानी से कम नहीं है. जांच कराने के लिए सुबह से लोग भीषण गर्मी में घंटों परेशान होते हैं. इतना ही नहीं कई तरह की परेशानियों को उनको सामना भी करना पड़ता है. साथ ही सैंपल देने के बाद दो से तीन दिन में उनकी रिपोर्ट आती है. इस दौरान मरीज लगातार सैकड़ों लोगों के संपर्क में आता है और उससे संक्रमण फैलने का डर बना रहता है. रिपोर्ट की जानकारी देने के लिए भी प्रशासन के पास कोई व्यवस्था नहीं है. रिपोर्ट का पता करने के लिए वो कई सरकारी कार्यालय में चक्कर लगाता है.
अलवर शहर में कोरोना जांच कराने के लिए मरीजों को अलवर के राजीव गांधी सामान्य अस्पताल स्थित कोविड- 19 सेंटर में जाना पड़ता है, जहां पर जांच की सुविधा है. जबकि भिवाड़ी में मरीजों की अलग जांच व्यवस्था है. इसके अलावा सीएचसी स्तर पर भी सैंपल लेने की व्यवस्था की गई है. लेकिन सैंपल राजीव गांधी सामान्य अस्पताल से रोजाना शाम को जयपुर जाते हैं. कई बार सैंपल गलत पहुंचने सहित कई तरह की मिसमैच की भी शिकायतें भी आ चुकी हैं. इन सब खामियों का नुकसान आम लोगों के मरीजों को उठाना पड़ता है.